June 21, 2025
लाइफस्टाइल

AutoPen क्या है और क्यों है इस पर विवाद ?

बिडेन के कार्यकाल में कई आदेश ऑटोपेन से ही जारी होने का दावा कर रहे रिपब्लिकन

इन दिनों अमेरिकी राजनीति में एक पेन को लेकर काफी ले दे मची हुई है. जिस पेन का जिक्र किया जा रहा है वह कोई साधारण पेन नहीं है बल्कि ऑटोपेन है. लाखों की कीमत वाले इस पेन की खासियत यह है कि यह किसी भी लिखावट की हूबहू नकल कर सकता है. ऑटोपेन अपने आप में पूरी मशीन है जो किसी लिखावट की सटीक नकल कर सकती है. इसे खासतौर पर सरकारी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर के लिए बनाया गया है. यूं तो यह 1800 के दशक से प्रयोग में लाई जा रही है और हैरी ट्रूमैन जैसे राष्ट्रपति भी इसका इस्तेमाल करते रहे थे, इसके बाद गेरर्ड फोर्ड ने खुले तौर पर ऑटोपेन का इस्तेमाल करने की बात मानी थी. लिंडन जॉनसन के समय जब व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस की तस्वीर सामने आई तो इस ऑटो पेन पर भी सभी की नजर पड़ी और कुछ अखबारों ने 1968 में इसे राष्ट्रपति की जगह बैठने वाला रोबोट तक बता दिया. फिलहाल यदि एक ऑटोपेन लेने आप निकलें तो साधारण ऑटोपेन आपको 2000 डॉलर से कम में तो नहीं मिलने वाला है जबकि कुछ खास ऐसे पेन 10000 डॉलर यानी लगभग 8 लाख तक के हो सकते हैं. अमेरिका की दो कंपनियां हैं इन्हें बनाती हैं. आधुनिक ऑटोपेन पूरी तरह से ऑटोमेटेड होते हैं और कंप्यूटर प्रोग्रामिंग जरिए किसी व्यक्ति की लिखावट की बारीकियां पकड़ कर उसकी नकल कर सकते हैं.

अब क्यों हैं चर्चा में
ट्रंप से पहले राष्ट्रपति का दायित्व संभाल रहे जो बिडेन के कार्यकाल में कई निर्णय ऐसे हुए हैं जिन पर हुए हस्ताक्षर अब विवाद में हैं क्योंकि माना जा रहा है ये साइन खुद बिडेन ने नहीं किए बल्कि उनकी तरफ से ऑटोपेन से किए गए साइन इन दस्तावेजों में हैं. कार्यकारी आदेशों पर ऑटोपेन के इस्तेमाल का आरोप लगाते हुएइन आदेशों की वैधता पर सवाल उठाए जा रहे हैं. रिपब्लिकन पार्टी का आरोप है कि बिडेन ने कई आदेशों पर खुद हस्ताक्षर नहीं किए. थिंक टैंक हेरिटेज फाउंडेशन नाम की संस्था ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा है कि ऑटोपैन से जारी हुए आदेशों की वैधता साबित नहीं होती. जॉर्ज डब्ल्यू. बुश ने ऑटोपेन के इस्तेमााल को लेकर कानूनी राय मांगी थी तो न्याय विभाग ने इसे संवैधानिक बताया था लेकिन बुश ने इनका प्रयोग नहीं किया. जबकि बराक ओबामा ने इसका जमकर इस्तेमाल किया. अब रिपब्लिकन पार्टी वाले लोगों का कहना है कि बिडेन की मानसि और शारीरिक हालत का फायदा उठाते हुए कई आदेश ऑटोपेन से जारी करा दिए गए जो कि गलत तरीका है.