June 21, 2025
धर्म जगत

Prayagaraj की यात्रा और वह अवर्णनीय शांति

-निक्की सुरेका

जो लोग महाकुंभ नहीं गए हैं वे वहां की खबरें सुन सुनकर इसके बारे में कोई राय बनाने की कोशिश कर रहे हैं और जिस तरह से बार बार यहां की छोटी छोटी घटनाओं को देशभर के मीडिया में दिखाया जा रहा है उससे कई लोग आने से बच भी रहे हैं लेकिन वहां की हमने इंदौर से प्रयागराज ही नहीं अयोध्या और उसके बाद बनारस की भी यात्रा गत दिनों की और यह वाकई अनूठा अनुभव साबित हुआ जिसमें प्रयागराज में पावन स्नान से लेकर रामलला के दर्शन तक शामिल थे. हमने 6 फरवरी को प्रयायगराज यानी महाकुंभ की नगरी में संगम पर स्नान किया और चार दिन बाद यानी 11 फरवरी को अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला के दर्शन कर खुद को कृतार्थ महसूस किया. इंदौर से हमारी यात्रा के बारे में अपना अनुभव साझा कर रहा हूं.

  • इस यात्रा में हमने ओरछा राम राजा मंदिर, प्रयाग राज जी, विंध्याचल शक्ति पीठ, काशी विश्वनाथ जी, अयोध्याजी एवं पीतांबरा शक्ति पीठ के दर्शन लाभ लिए.
  • महाकुंभ, अयोध्या जी, काशी विश्वनाथ जी में सभी भक्त बहुत शांति से जय सिया राम, जय हनुमान, हर हर महादेव, हर हर गंगे का जाप करते हुए चल रहे थे. यह कितना सुंदर एहसास था. यह अवर्णनीय है.
  • हममें से लाखों लोग और कोई भी धक्का या खींच नहीं रहा था, कोई जेब नहीं काट रहा था, कोई चीख या चिल्ला नहीं रहा था, कोई नकारात्मक ऊर्जा नहीं थी.
  • लाउड स्पीकर पर हनुमान चालीसा बज रही थी और हर कोई चुपचाप या मौखिक रूप से इसका जाप कर रहा था.
  • सभी तीर्थ स्थानों पर माहौल मंत्रमुग्ध कर देने वाला और अलौकिक था. माँ गंगा बहुत स्वच्छ और शांत थीं. जैसे ही हम डुबकी लगा रहे थे, वह हमें अपनी गोद में ले रही थीं.
  • जब हमने अयोध्याजी में श्री राम जी और हनुमान जी और प्रयागराज में बड़े हनुमान जी के मनमोहक दर्शन किये तो हमारे आँसू नहीं रुके.
  • हम प्रयागराज में लगभग 3 किमी (एक तरफ) और अयोध्या में लगभग 2 किमी (एक तरफ) चले. प्रयागराज में बाइक, e रिक्शा एवं अयोध्या जी में व्हील चेयर की मदद ली
  • सब कुछ रणनीतिक रूप से व्यवस्थित करने के लिए प्रशासन को विशेष धन्यवाद. आलोचना करना आसान है लेकिन एक समय में एक ही स्थान पर आने वाले करोड़ों लोगों को संभालना आसान नहीं है.