June 21, 2025
देश दुनिया

Manmohan स्मारक मांग रहे तो प्रणब के लिए ऐसी मांग क्यों नहीं की -शर्मिष्ठा

उद्धव की शिवसेना को अब हो रही मनमोहन के सम्मान की चिंता

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार तो राजकीय सम्मान के साथ निगम बोध घाट पर कर दिया गया जिसमें प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे लेकिन अब उनके स्मारक को लेकर कांग्रेस की मांग ने दुविधा की स्थिति खड़ी कर दी है. कांग्रेस की ओर से लगातार ये बयान आ रहे हैं कि सरकार को मनमोहन स्मारक बनाने का निर्णय लेना चाहिए वहीं इमरान प्रतापगढ़र जैसे सांसद कह रहे हैं कि मनमोहन का अंतिम संस्कार भी वहीं कराया जाना चाहिए था जहां उनका स्मारक बनाने का निर्णय होता. सांसद शशि थरुर का भी कहना है कि सरकार को इस मामले में तुरंत निर्णय लेना चाहिए क्योंकि मनमोहन महान व्यक्ति थे लेकिन पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी का कहना है कि आज वे जो कांग्रेसी मनमोहन के लिए स्मारक की मांग कर रहे हैं उन्होंने प्रणब दा के लिए कभी ऐसी मांग क्यों नहीं की. शर्मिष्ठा की इस बात में दम भी है क्योंकि वो कह रही हैं कि प्रणब दा के निधन पर तो कांग्रेस ने शोक बैठक तक रखना उचित नहीं समझा और जब इसका कारण पूछा गया तो कहा गया कि राष्ट्रपति बन चुके व्यक्ति के लिए पार्टी शोक बैठक नहीं करती जबकि के आर नारायणन के राष्ट्रपति रहने के बाद उनकी मृत्यु पर पार्टी शोक बैठक बुला चुकी थी. यूं भी प्रणब दा का कद भी कहीं से कम नहीं था वहीं यदि पूर्व प्रधानमंत्री की ही बात है तो पीवह नरसिंहा राव के मामले में तो खुद कांग्रेस ने ही उनके शव को दिल्ली में अंतिम संस्कार न करने देने का दबाव बनाते हुए परिजनों को शव आंध्र प्रदेश ले जाने के लिए कहा था.

चूंकि राव या प्रणब दा जैसे नाम एक समय पर दस जनपथ से ज्यादा दिल की बात सुनना पसंद करने लगे थे इसलिए उनके लिए कभी कांग्रेस ने ऐसी मांग नहीं की. वैसे मनमोहन मामले में सबसे अजीब स्टैंड उद्धव की सेना का रहा है, शिवसेना ने 2012 और 2013 में मनमोहन को इतने बुरे बुरे शब्द कहे कि वे लिखे भी नहीं जा सकते लेकिन अब इसी पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका चर्तुवेदी का कहना है कि मौजूदा सरकार ने मनमोहन की बेइज्जती की.