June 21, 2025
देश दुनिया

Manmohan Singh के सम्मान में सात दिन का राष्ट्रीय शोक


लंबे समय से बीमार मनमोहन सिंह ने 26 दिसंबर को ली अंतिम सांस

भारत के दो बार प्रधानमंत्री रहे डॉक्टर मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. सांस लेने में तकलीफ के बाद उन्हें आज ही एम्स में भर्ती कराया गया था. लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हुआ. उन्होंने UPA की सरकार का दो बार 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री बतौर नेतृत्व किया. वे इससे पहले रिजर्व बैंक के गवर्नर भी रहे. सिंह के निधन की पुष्टि दिल्ली कांग्रेस के आधिकारिक एक्स हैंडल पर और रॉबर्ट वाड्रा के हैंडल पर की गई. विचारक और विद्वान होने के साथ ही वे अपनी नम्रता, कर्मठता के लिए जाने जाते थे. 26 सितम्बर 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब में जन्मे मनमोहन को विशिष्ट अर्थशास्त्री के तौर पर दुनिया में पहचाना जाता रहा.

कैंब्रिज विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में प्रथम श्रेणी से ऑनर्स डिग्री ली. उन्होंने ऑक्सफोर्ड से अर्थशास्त्र में डी. फिल भी किया. उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़ाया भी था. 1987 व 1990 में वे दक्षिण आयोग के महासचिव बने थे. 1971 में वाणिज्य मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार बनने के बाद 1972 में वे मुख्य आर्थिक सलाहकार रहे. वित्त मंत्रालय में सचिव, योजना आयोग के उपाध्यक्ष और भारतीय रिजर्व बैंक के अध्यक्ष जैसे पदों पर रहने के बाद वे 2004 में प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे थे.