June 21, 2025
देश दुनिया

Plane Crash एकमात्र जीवित बचे यात्री की गवाही से बदल रही जांच की दिशा

विश्वास रमेश ने बताया कि टकराने से पहले ही हुए थे प्लेन में धमाके और बिजली भी हो गई थी गुल

अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद से कई तरह की थ्योरीज सामने आई थीं कि इसके पीछे की वजह क्या रही होगी. इनमें फ्यूल में मिलावट से लेकर पायलट और को पायलट के बीच कन्फ्यूजन तक की बात कही जा रही थीं लेकिन अब एविएशन एक्सपर्ट कह रहे हैं कि यह बोइंग की खराबी का ही मामला था और उनकी इस बात को अकेले जीवित बचे यात्री विश्वास रमेश के बयान भी सही साबित कर रहे हैं. दरअसल एक्सपर्ट्स अब तक बार बार वीडिया के उस हिस्से पर ही ध्यान दे रहे थे जिसमें लैंडिंग गियर के 600 से ज्यादा फीट की ऊंचाई पर भी अंदर नहीं लिया गया था और फिर फ्लैप की पोजीशन को लेकर भी सवाल थे कि आखिर टेकऑफ के दौरान फ्लैप वैसे कैसे रह सकते हैं जैसे वो दुर्घटना कं अंतिम क्षणों में नजर आ रहे हैं. इन दोनों बातों का मतलब यह निकाला गया था कि पायलट और को पायलट के बीच संशय की स्थिति बनी और फ्लैप प्रॉपर नहीं हो सके लेकिन अब वे ही एक्सपर्ट विश्वास रमेश की बातें सुनने के बाद कह रहे हैं कि ह्युमन एरर वाला एंगल यहीं खत्म हो जाता है कि रमेश ने धमाका सुना और दुर्घटना से पहले पूरे प्लेन की लाइट्स गड़बड़ कर रही थीं यानी पूरा मामला इलेक्ट्रिकल फेल पर आकर टिकता है जिसके चलते पायलट चाहकर भी न तो लैंडिंग गियर अंदर ले सकते थे और न ही फ्लैप की दिशा बदल पा रहे थे. हालांकि अभी भी ये शुरुआती बातें हैं और ब्लैकबॉक्स के विश्लेषण से बातें ज्यादा बेहतर तरीके से साफ हो पाएंगी लेकिन पायलट की गलती बताने वालों को भी फिर इस विश्लेषण के लिए रुक जाना चाहिए था. बोइंग की साख को ऐसी दुर्घटन से भारी धक्का लगा है और इसलिए कहा तो यह भी जा रहा है कि बोइंग की तरफ से ही कुछ ऐसी बातमें चलवाई जा रही हैं जिनमें ह्युमन एरर बताकर बोइंग पर पड़ने वाला असर कम किया जा सके. बोइंग पहले ही कई उलझनों में है और एयरबस लगातार उससे प्रतिस्पर्धा में आगे निकलती जा रही है. यहां तक कि पिछले दो दशकों में एयरबस ने उसे लगभग हर क्षेत्र में पछाड़ा है. भारत में इंडिगो जैसी सबसे बड़ी एयरलाइंस एयरबस से ही डील करती है जबकि एयर इंडिया को भी अपने मिले जुले बेड़े में से एयरबस के विमान ज्यादा पसंद आने लगे हैं. कमोबेश यही हालत पूरी दुनिया में बन रही है क्योंकि बोइंग के ऑर्डर जितने कम होते जा रहे हैं उतने ही अनुपात में एयरबस के ऑर्डर्स बढ़ रहे हैं. बोइंग कई मुकदमे वगैरह भी झेल रही है और इस पर जांचों को गुमराह करने जैसे आरोपों के साथ ही दुर्घटनाओं का ट्रैक रिकॉर्ड भी भारी पड़ रहा है जबकि ऐसे मामलों में भी एयरबस अपेक्षाकृत ज्यादा साथ सुथरा काम करती है.
एयर इंडिया के चीफ ने नकल वाला बयान दिया?
अहमदाबाद में हुई विमान दुर्घटना के तुरंत बाद एयर इंडिया के चीफ एक्जीक्युटिव ऑफिसर कैंपबेल विल्सन ने जो बयान जारी किया उसे अमेरिकन एयरलाइंस के सीईओ रॉबर्ट इसरॉन के उस भाषण की कॉपी बताया जा रहा है जो उन्होंने 30 जनवरी 2025 को तब दिया था जब एक कमर्शियल फ्लाइट के एक मिलिट्री हेलीकॉप्टर के टकराने से 67 लोगों की मौत हो गई थी. विल्सन के लिए कहा जा रहा है कि उन्होंने सिर्फ जगह का नाम बदलकर वही भाषण उसी अंदाज में पढ़ डाला जैसा कि रॉबर्ट ने पढ़ा था. सोशल मीडिया पर विल्सन की इस बात के लिए भी खंचाई हो रही है कि उन्हें विमान दुर्घटना पर बोलने के लिए भी कॉपी पेस्ट कर काम चलाना पड़ा.