Bangladesh की प्रधानमंत्री चीन से रुठीं, संबंधों पर असर
दौर पर न समझौते हुए न प्रोटोकॉल का पालन
बांगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना जिस अंदाज में गुस्से में अपना चीन दौरा अधूरा छोड़कर लौट आई हैं उससे यह साफ है कि अब बांगलादेश और चीन के बीच के रिश्ते किस दिशा में जा रहे हैं. शेख हसीना जब चीन में उतरीं तभी उन्हें प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ते देखकर समझ आ गया कि चीन ने उन्हें सम्मान न देने का मन बना लिया है. इसके बाद भी जिनपिंग ने हसीना को कोई तवज्जो नहीं दी तो हसीना ने अपना दौरा छोटा कर गुस्से में वापस ढाका की राह पकड़ ली. श्रीलंका के बाद क्षेत्र का यह दूसरा देश है जो चीन के प्रभाव से छिटकता नजर आ रहा है, श्रीलंका ने भी पहले तो चीन का खूब सहयोग लिया लेकिन जैसे ही जिनपिंग ने अपने तेवर दिखाने शुरु किया, श्रीलंका ने चीन से धीरे धीरे किनारा कर लिया. बांगलादेश से चीन जाते हुए यह उम्मीद लगाकर हसीना गई थीं कि सहयोग और समझौते की संभावनाएं बनेंगी लेकिन चीन की ओर से सुस्त प्रतिक्रिया और लगभग अपमानजनक व्यवहार को देखकर लौटीं हसीना अब चीन को लेकर गुस्से में हैं.