June 21, 2025
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NEET मामले में झूठ बोल रही आयुषी पटेल का फर्जीवाड़ा पकड़ा गया

NEET मामले को लेकर जहां वाकई महनत करने वाले बच्चे सकते में हैं कि गड़बड़ वाली खबरों की वास्तविकता क्या है वहीं इस मामले को हाइकोर्ट तक ले जानले वाली आयुषी पटेल का फर्जीवाड़ा इलाहाबाद हाइकोर्ट में पकड़ा गया और पाया गया कि उसने कोर्ट तक में झूठे दस्तावेज पेश कर डाले थे. आयुषी पटेल पर कार्रवाई करने के लिए कोर्ट ने एनटीए को अनुमति दी है और कहा है कि दायर याचिका के साथ जाली दस्तावेज जमा किए गए थे. यह मामला चल ही रहा था कि आयुषी का पहले बोला गयाय एक और बड़ा झूठ सामने आ गया जिसमें उसने दावा किया था कि उसने कोविड से निपटने का फॉर्मूला बना लिया है. चूंकि उस समय कोविड महामारी जैसी भयावह स्थिति में पहुंच चुका था इसलिए आयुषी के इस दावे को भी खूब प्रचार प्रसार महिला लेकिन बाद में उसका यह दावा भी फर्जी ही पाया गया. यहां सवाल सिर्फ आयुषी पटेल जैसों का नहीं है जिन्हें झूठ बोलकर भी खबरों में बने रहना है बल्कि उन नेताओं का भी है जो ऐसे लोगों को अपने स्वार्थ के लिए आगे बढ़ाते हैं. इस बार भी आयुषी के दावे को बिना जांचे परखे पूरेविपक्ष ने और खासतौर पर राहुलव प्रियंका गांधी ने बढ़चढ़कर समर्थन दिया था और सरकार को कटघरे में खड़ा किया था. जिस तरह की अदातन झूठी आयुषी पटेल साबित हो रही है उससे यह तो साफ ही है कि वह यह सब अपने दिमाग से न करते हुए किसी के इशारे पर कर रही है और यदि राहुल और प्रियंका बिना जांचे उसके दावों को बिना जांचे परखे देश के सामने परोसने लग जाते हैं तो यह कृत्य जानबूझकर फेक न्यूज फैलाने की श्रेणी में ही रखा जाना चाहिए और उन मीडिया हाउसेस से भी सवाल पूछे जाने चाहिए जो ऐसी बातों को इसलिए बिना परखे छाप देते हें क्योंकि यह कांग्रेस या राहुल या प्रियंका का किया हुआ दावा है. इससे भी बड़ा मुद्दा यह है कि आयुषी और राहुल ने मिलकर उन लाखों छात्रों का नुकसान किया है जो सही मागों के साथ सरकार के सामने खड़े हुए थे लेकिन अब उनकी बातें भी बेमानी मानी जाने लगेंगी.