June 21, 2025
वर्ल्ड

BBC ने पूछा G-7 में मोदी क्यों लेकिन पोप क्यों थे वाला सवाल नहीं

बीबीसी को पूरे इटली में चल रहे G-7 समिट को लेकर एक ही सवाल आयया है कि जब भारत इस संगठन का सदस्य नहीं है तो उसे बार बार इसकी बैठक में क्यों बुलाया जाता है, मोदी इस बार वहां इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जियो मलोनी के विशेष न्यौते पर पहुंचे हैं और बीबीसी ने यह सवाल फिर उठाया है. हद यह है कि बीबीसी को पोप के इस सम्मेलन में आने से कोई समस्या नहीं है जबकि इसी जगह कोई अन्य धर्मगुरु को ऐसे सम्मेलन में बुला लिया जाता तो सबसे ज्यादा सवाल उठाने वाला ही यह संस्थान होता. पोप न सिर्फ इसमें शामिल हुए बल्कि पूरी लाइमलाइट ही उनके इर्दगिर्द घूकर रह गई.चाहे लो बाइडेन का उनसे सिर से सिर मिलाकार बात करना हो या मोदी का उनके साथ गले मिलकर लंबी बात करना. वैसे भारत के लिए पीएम का शिखर सम्मेलन में शामिल होना कई मायनों में खास साबित हो रहा है, अपुलीया में शानदार बोर्गो इग्नाज़िया रिसॉर्ट में चल रहे इस सम्मेलन में विश्व नेताओं के साथ मोदी की कई प्रमुख द्विपक्षीय बैठकें चल रही हैं. भारत आउटरीच देश बतौर सम्मेलन में आमंत्रित है. लगातार तीसरी शपथ के बाद मोदी की यह पहली विदेश यात्रा है. मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की, इतालवी प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक के साथ द्विपक्षीय बैठकें की हैं. ज़ेलेंस्की के साथ बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह एक सार्थक बैठक थी और भारत यूक्रेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगा. भारत के प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने रणनीतिक साझेदारी नए स्तर पर ले जाने पर जोर दिया. दोनों नेताओं ने रक्षा, परमाणु, अंतरिक्ष, शिक्षा, टेक्नोलॉजी, कनेक्टिविटी और संस्कृति संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की. ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक से व्यापक रणनीतिक साझेदारी और मजबूत करने की बात हुई.