Shahid Afridi धर्म बदलने का दबाव बनाते थे- दानिश कनेरिया
पाकिस्तानी क्रिकेट टीम भी अच्छा व्यवहार नहीं करती थी
जिसे आप जेंटलमैन गेम कहते हो वह कहां पहुंच चुका है यह बताने के लिए सिर्फ मैच फक्सिंग के आरोप ही पर्याप्त नहीं थे तो पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी दानिश कनेरिया ने यह भी बता दिया कि जब वे गैर मुस्लिम होकर टीम में खेलने जाते थे तो उनके साथी खिलाड़ी उन पर बार बार मुस्लिम होने का दबाव बनाते थे. दानिश कनेरिया ने अमेरिका में अपनी बात रखते हुए बताया है कि पाकिस्तानी खिलाड़ी रिटायरमेंट के बाद मौलाना या मौलवी बनते हों ऐसा नहीं है बल्कि वे क्रिकेट के लिए मैदान पर उतरते हुए भी मौलाना ही होते थे. दानिश ने शाहिद अफरीदी पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा है कि वे बार बार एक ही बात कहते थे कि मुसलमान बन जा. मैंने उनका कहना नहीं माना तो मेरा करियर बर्बाद कर दिया गया.
कनेरिया ने क्रिकेटर रहे शाहिद अफरीदी पर धर्मांतरण का दबाव देने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पूरी टीम में अकेले इंजमाम ही ऐसे थे जो कभी कभी मेरे साथ होते थे. जबकि अफरीदी उन्हें इस्लाम कबूलने को कहा करीते थे. कनेरिया का कहना है कि अलग धर्म होने के नाते अन्य खिलाड़ी उनसे सामाजिक रूप से दूरी बनाकर रखते थे. कनेरिया ने इस बात पर दुख जताया कि पूरी ईमानदारी से क्रिकेट के लिए देश की तरफ से खेलने के बाद भी उन्हें हिंदू होने के कारण न सम्मान का भाव मिला और न समानता का भाव मिला. कनेरिया का कहना है कि मैं उसी भेदभाव के चलते आज अमेरिका में हूँ. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. दानिश ने पाकिस्तान के अब तक के अंतिम हिंदू क्रिकेटर बतौर 61 टेस्ट और 18 वन डे मैच खेले हैं.