EV, Hybrid वाहनों को लेकर छिड़ी नई बहस
भारत में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बनाने वाली हीरो इलेक्ट्रिक और ओकिनावा ऑटोटेक को आगामी ईवी योजनाओं से ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है. इन दोनों कंपनियों पर आरोप है कि इन्होंने सरकार से मिली सुविधाओं का गलत उपयोग किया और तय शर्तों का पालन नहीं किया. उधर टाटा और महिंद्रा ने सरकार से कहा है कि जिन कंपनियों को हाइब्रिड के नाम पर कई सारी सुविधाएं यह कहकर दी जा रही हैं कि हाइब्रिड से पर्यावरण को फायदा पहुंचेगा, उन्हें यह सुविधाएं देना बंद किया जाना चाहिए क्योंकि हाइब्रिड वाहनों में भी मुख्य रुप से जैविक ईंधन ही इस्तेमाल होता है और इनके पर्यावरण हितैषी होने की बात भी बेमानी है. सरकारी तौर पर ईवी और हाइब्रिड वाहनों को लेकर चलाई जा रही नीतियों पर ये दोनों मुद्दे एक तरह से आंखें खोलने वाले हैं और इनसे भले ज्यादा कुछ न हो लेकिन यह बहस तो छिड़ ही गई है कि क्या वाकई ईवी और हाइब्रिड वाहनों के उतने ही फायदे हैं जितने हमें गिनाए जा रहे हैँं और यदि नहीं तो इन्हें विशेष सुविधाएं देना किस हद तक उचित है.