Raj Kumar Anand का एक ही पद से दूसरी बार इस्तीफा
दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद ने पिछले ही महीने इस्तीफा दे दिया था और बहुजन समाज पार्टी की तरफ से दिल्ली की एक सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ना भी तय कर लिया लेकिन उनके इस्तीफे पर मुख्यमंत्री के दस्तखत नहीं हुए क्योंकि केजरीवाल जेल में थे, अब जबकि केजरीवाल बाहर आ गए हैं तब आनंद ने अपना दूसरी बार उन तक पहुंचाया है कि इसे अब तो स्वीकार कर लीजिए. आनंद का कहना है कि अब तो केजरीवाल को बाहर आए सप्ताह भर होने आया इसलिए उन्हें अब तो मेरे इस्तीफे को मंजूरी दे ही देनी चाहिए लेकिन ऐसा होना मुश्किल ही है. दरअसल केजरीवाल को बाहर आने से पहले जो शर्तें समझाई गई हैं उनमें यह भी है कि वे न तो सीएम ऑफिस जाएंगे, न सेक्रेटेरियट जाएंगे और न ही मुख्यमंत्री के दायित्व वाली कोई फाइल साइन करेंगे. दूसरे शब्दों में केजरीवाल मुख्यमंत्री बतौर कोई काम नहीं कर सकते हैं, ऐसे में आनंद का इरूस्तीफा स्वीकार करना उनके हाथ में अब भी नहीं है. चूंकि आनंद आप पार्टी भी छोड़ चके हें और इन्हीं केजरीवाल पर उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप लगा कर ही पार्टी छोड़ी है इसलिए उन्हें यह भोली उम्मीद भी नहीं होनी चाहिए थी कि केजरीवाल अपवनी ओर से कोई अडंगा नहीं लगाएंगे. आनंद 24 तारीख को होने वाली वोटिंग में खुद के लिए वोट मांग रहे हैं और आप इस बात पर विचार कर रही है कि देखा जाए आनंद ने किन किन नियमों का उल्लंघन कर चुनाव में खड़े होने का फैसला किया है.