June 21, 2025
वर्ल्ड

Hunter की माफी और कमाल की इम्युनिटी

रोचक लेखन के लिए ख्यात ‘मनजी’ की कलम से

आज अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाईडेन ने अपने बेटे रॉबर्ट हंटर बाईडेन को राष्ट्रपति द्वारा क्षमादान दे दिया. हंटर पे अमेरिका में अनेक केस चल रहे थे – टैक्स में गड़बड़ आदि से लेके बहुत कुछ. केस की सुनवाई चल रही थी- लग रहा था उसे कड़ी सज़ा होगी किंतु जो बाईडेन ने जाते जाते अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए आज अपने बेटे को मुआफ़ी दे दी. इसका मतलब हुआ कि अब ट्रम्प काल में भी हंटर बाईडेन पर कोई मुक़दमा नहीं चलाया जा सकेगा. उसे अब पूर्ण इम्युनिटी मिल चुकी है.

अमेरिकी राष्ट्रपति के पास ये संविधान द्वारा दी गई एक अनोखी पॉवर है जिसके चलते वो किसी अभियुक्त को क्षमा दान दे सकता है- और उस पे फिर उसी जुर्म के लिए किसी भी अमरीकी अदालत में मुक़दमा नहीं चलाया जा सकता.

आपको ये जान कर ताज्जुब होगा कि भूतकाल में केवल एक भारतीय ऐसा था जिसे किसी अमरीकी राष्ट्रपति ने इसी शक्ति के तहत माफ़ी दी थी.

वर्ष था 1985 जब भोपाल गैस ट्रेजेडी के अभियुक्तों को भारत से सेफ पैसेज देने के बाद राजीव गांधी अमेरिका के दौरे पे आए और रोनाल्ड रीगन से मिले. इस मुलाक़ात के बाद फ्लोरिडा की जेल में सजा काट रहे मोहम्मद यूनुस के लड़के आदिल शहयार को तुरंत माफ़ी मिली- उसे आज़ाद कर भारत भेज दिया गया.

इस जंतु आदिल ने अमेरिका में आख़िर ऐसा क्या किया था जिसके चलते उसे ३५ साल की सजा हुई थी- १९९१ तक उसे पैरोल तक नहीं मिलनी थी किंतु वो इस माफ़ी के कारण साफ़ बच निकला था.

आदिल शहयार अमेरिका में वीडियो कैसेट आदि का धंधा करता था- एक ग्राहक से अग्रिम रोकड़ ले उसे वीडियो कैसेट देने के नाम पे डब्बों में रद्दी भर भेज दिया. बंदरगाह पे इन डब्बों में आग लगवा कर इन्शुरन्स के पैसे ऐंठने चाहे. इसके अलावा जहाज़ को आग लगानी चाही- विस्फोटक आदि भी गैर क़ानूनी तरीक़े से बनाये थे. इन सब आरोपों के साबित होने के बाद इसे ३५ साल की फ़ेडरल सज़ा हुई थी- ये मोहम्मद यूनुस का लड़का था.

श्रीमान गांधी जब अमरीका दौरे पे आए तो जादुई तरकीब से उसे आज़ाद करवाया गया – भारत भेजा गया. अमरीका में वो कंगाल था- टोटल बैंक्रप्ट. फिर दूसरी जादुई तरकीब से उसने भारत में करोड़ो की वर्थ की कंपनी खोली- प्रियदर्शनी इन्फोटेक- महज़ कुछ ही वर्षों में.

ये सब पब्लिक डोमेन में खुल्लमखुला हुआ था.

आज हंटर बाईडेन की मुआफ़ी की ख़बर पढ़ी तो अनायास ये न्यूज़ याद हो आई!