June 20, 2025
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Current Topic – ‘सुनो पतिहंता लड़कियों’

डॉ.छायामंगल मिश्र
यशस्विनी, प्रगति, मुस्कान, निकिता सिंघानिया, प्रतिमा सिंग, सोनम रघुवंशी और भी इनके जैसी कई क्रूरता, बर्बरता, पिशाचिनी, नारी जाति को लज्जित करने वाली बेटियों, तुम अब केवल नफरत भरे रील्स, मिम्स और भद्दे मजाक का विषय वस्तु बन कर रह गई हो जो केवल और केवल उन मेहनती, वफादार, संघर्षरत, बेटियों के पैरों की जंजीर बनेंगे जो खुले आसमान में अपने सपने सच कर माता-पिता और देश का नाम रोशन करना चाहतीं हैं. तुम जैसी उनके सपनों को कुचलने का और जीने का हक छिनने का महापाप भी अपने मत्थे कर रही हो. पति हन्ता का कलंक तो तुम लगवा ही चुकी हो वो भी निर्दोष रहे होंगे. तुमने न केवल सबको छला बल्कि अपने कुकर्मों से भरोसा, विश्वास और प्यार को भी भस्म किया. सोशल मीडिया का मनोरंजन मात्र हो चली हो तुम. यही नहीं मानव समाज भी संवेदन हीनता की हद पार कर चुका है. निजी जिंदगी की फोटो-विडिओ हासिल कर ठठाकर हंस रहा है. मजाक उड़ा रहा है. नारी जाति के प्रति अपनी घटिया कुंठित मानसिकता का खुल कर प्रदर्शन कर रहा है. ‘अवैध संबंध छुपाने की साजिश पति,बच्चों,सास को खाने में दिया जहर.
बॉय फ्रेंड ने गलादबाया,

पत्नी ने हाथ पकड़े चारपाई पर छोड़ दिया सांप.

पत्नी ने प्रेमी को सोने की अंगूठी दे कर कराई पति की हत्या.

भतीजे के इश्क में पति को उतारा मौत के घाट. इन्फ़्लुएन्सर ने प्रेमी संग मिल की पति की हत्या.

पति को कॉफ़ी में जहर दिया.

फौजी पति की प्रेमी संग हत्या.

तरबूज में जहर से की हत्या.
मेरठ की कातिल मुस्कान तो सभी को याद है, “नीला ड्रम”. ये सब तुम्हारे नाम से लोगों के लिए केवल ‘हेडलाईन’ होंगी पर वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों की बेटियों के लिए नरक का द्वार है जो तुम खोल गई हो. जैसे तैसे हमें थोड़ा सा जीने का हक मिलने को होने लगा था कि तुम अपनी नालायकी से क्षणिक सुख, हवस, लालसा में अंधी हो सब मटियामेट कर रहीं. घर, समाज, सरकार को चाहिए कि वो न केवल बेटियों बल्कि बेटों को भी सुरक्षा और न्याय की व्यवस्था करें क्योंकि –
फूल तो सुरक्षित हैं, टहनी भी बचालो.
बेटियां तो बचा रहे हो,अब अपने बेटे भी बचा लो.