June 26, 2025
देश दुनिया

Pakistan ने राहुल के बयान दुनिया को दिखाकर कहा हम बेकसूर

जो हमें शर्मिंदा कर रहे हैं
ऑपरेशन सिंदूर के बीच जब भारत पाकिस्तान में रावलपिंडी से लेकर लाहौर आौर कराची से इस्लामाबाद तक को दहला कर अपनी ताकत दिखा रहा है तब कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनकी बेवकूफी या कहें स्वार्थ के चलते हमें शर्मिंदगी भी झेलनी पड़ रही है. पाकिस्तान ने अपनी बेचारगी दिखाने के लिए दुनिया भर के मीडिया वालों को बुलाकर जब यह बताना शुरु किया कि वह तो पहलगाम से लेकर हर मामले में निर्दोष है तो उसने कुछ भारतीय कहे जाने वाले लोगों के बयानों की क्लिपिंग इन प्रेस पर्सन्स के सामने चलाई. जिन लोगों के बयानों को पाकिस्तानी सेना ने भारत के ही खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए इस प्रेस कांफ्रेंस में चलाया उन्हें इन वीडियो में तलाशकर देखिए और यदि नहीं मिल पा रहे हैं तो कुछ नाम हम बताए देते हैं. सबसे पहला नाम है विपक्ष के नेता राहुल गांधी का जिन्होंने पत्रकार बनकर जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक का इंटरव्यू लिया था और जिसमें मलिक ने पुलवामा से लेकर लगभग हर हमले के लिए पाकिस्तान को क्लीनचिट दी थी और राहुल इस इंटरव्यू पर बेहद खुश हुए थे.

फिर एक सज्जन हैं ध्रुव राठी जो रहते जर्मनी में हैं लेकिन झूठ सच करते हुए भारत को हर बार पाकिस्तान के सामने दोषी ठहराने की जुगत में लगे रहते हैं, हालांकि ये पैसा लेकर धांधली करने वालों में से हैं लेकिन पाकिस्तान को तो भारत विरोधी आवाज चाहिए थी. एक कथित लोकगायिका हैं नेहासिंह राठौर, उनकी वीडियो क्लिप को भी पाकिस्तानी सेना ने अपने प्रोपेगैंडा को चलाने के लिए इस्तेमाल किया. इसमें कांग्रेस के अध्यक्ष महोदय यानी मल्लिकार्जुन खड़गे ही नहीं अजय राय का भी नाम शामिल है. प्रियंका और केजरीवाल के भी कुछ पुराने बयान भी पाकिस्तानी मीडिया में चलाए जा रहे हैं. यदि अब आपको इस बात में रुचि जागी हो तो पाकिस्तानी सेना की वह प्रेस कांफ्रेंस और उसमें लिए गए नाम जरुर पहचानिएगा. इससे पहले भारत के प्रोपेगैंडा वेबसाइट द वायर का भी जिक्र पाकिस्तानी संसद में हो चुका है और एक नहीं कई बार हो चुका है. हालांकि आज द वायर को भारत में ब्लॉक कर दिया गया है लेकिन तय मानिए कि जो नाम इस वेबसाइट से जुड़े हैं वो अदालती रास्तों से आसानी से राहत पाने की उम्मीद रखते हैं क्योंकि इस वेबसाइट के फाउंडर सिद्धार्थ वरदराजन खुद कोई छोटी चीज नहीं हैं, उनके पिता, उनके सास ससुर और उनकी पत्नी भी लंबे समय से सत्ता और कानून के गलियारों में धाक बनाए हुए हैं क्योंकि इनमें अधिकतर आईएएस हैं और रिटायरमेंट लेकर जो फोर्ड फाउंडेशन तक भी सीधे दखल रखते हैं. कभी सिद्धार्थ वरदराजन और उनके आसपास की टीम के बारे में जानिए समझिए और आपको पता चल जाएगा कि क्यों सारे भारत को तोड़ने की इच्छा रखने वाले बहुत सारे कथित पत्रकार वरदराजन के द वायर से जुड़े थे.