June 21, 2025
वर्ल्ड

Pope के चुनाव की क्या होगी प्रक्रिया

अमेरिका से मनजी बता रहे हैं वेटिकन की हलचल और नए पपल के चुनाव का तरीका

ईसाई मत के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस आज जन्नतनाशीं हो गए. यीशु उन्हें अपनी शरण में ले- ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें.

नए पोप की तलाश और चुनाव अब कुछ रोज में शुरू होगी. इस विषय पर कुछ जानकारी यूँ है.

मृत पोप का शोक आगामी नौ दिनों तक मनाया जाएगा. शव दर्शनों हेतु जनता के लिए सहेज कर रखा जाएगा. ये नौ दिनों का ग़मी का टाइम कुछ कुछ दसवा जैसा है. शव को कब्र के सुपुर्द चौथे और छठे दिन के बीच करने का नियम है- इस से आगे शव को बाहिर नहीं रख सकते.

शव को मट्टी के सुपुर्द कर सब बिशप और आर्कबिशप जिन्हें कार्डिनल कहा जाता है- सब एक कॉनक्लेव में जायेंगे. अभी लगभग १४० कार्डिनल्स है. ये कार्डिनल्स नए पोप के चुनाव में वोट डालेंगे. वोट डालने की दो शर्तें है-
-कार्डिनल की अधिकतम आयु अस्सी वर्ष होगी.
-कार्डिनल को इस समय वेटिकन में सशरीर मौजूद होना होगा.

दो ढाई हफ़्ते तक वोटिंग प्रोसेस शुरू होगी. सब कार्डिनल्स को गोपनीयता की शपथ के बाद एक चैपल में बिठाया जाएगा. पहले राउंड में सबसे बुजुर्ग कार्डिनल एक पर्ची पे अपनी पसंद का पोप का नाम लिख एक बड़े कटोरे में डालेंगे. ये प्रक्रिया दिन में तीन बार होगी- सुबह दोपहर और शाम. इस तरह सब कार्डिनल्स के वोट लिए जायेंगे. इस दौरान ये लोग बाक़ी दुनिया से बिल्कुल कटे रहेंगे.

वोट पूर्ण होने के बाद गिनती होगी- विजेता को दो तिहाई मत मिलने आवश्यक है- तभी वो विजेता पोप माना जाएगा. नए पोप को चुने जाने के बाद वेटिकन की चिमनी से सफेद धुंआ निकलेगा और नया पोप बालकनी में आकर सब को अपना आशीर्वाद देगा.

इस प्रोसेस को शुरू होने में अभी नौ दिन है. पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में दुनिया भर के नेता राष्ट्रपति आदि सब शामिल होंगे.

भारत से चार कार्डिनल वोट डालने जायेंगे- दो केरल से, एक आंध्र प्रदेश से और एक गोवा से.

तीन बातें उल्लेखनीय है-
पहली: कोई महिला पोप नहीं बन सकती, ऐसा क़ानून है.
दूसरी: आज तक कोई भारतीय मूल का कार्डिनल पोप नहीं बना है!
तीसरी: नस्लीय श्वेत पुरुष ही अमूमन पोप बनते आए है!

नए बड़े पिताजी की बाट जोहता वैश्विक ईसाई समुदाय- सवा बिलियन लोगों की निष्ठा का प्रश्न है!