श्रावण की तैयारी, फलाहारी उत्पादों के भावों में तेजी
बाजार में फलाहारी उत्पादों के भाव ऊंचे –
साबूदाने, श्रीधान्य, फलाहारी आटे और साबूदाना पापड़ आदि की व्यावसायिक पूछ परख शुरू हो गई है.
आने वाले दिनों में बाजार में मांग और बढ़ने से भावों में भी तेजी की संभावनाएं.
साबूदाने के उत्पादन और मार्केटिंग में40 से भी अधिक वर्षों से जुड़ी एफएमसीजी कंपनी साबु ट्रेड, सेलम के निदेशक विकास साबु ने बताया कि कसावा जमीकंद की ताजा नइ फसल आने में करीब दो-तीन माह की देरी है और श्रावण मास की मांग के चलते साबूदाने में तेजी रहने के अनुमान हैं. उन्होंने कहा कि भारत में साबूदाना की बढ़ती मांग के कारण बाजार के आकार में वृद्धि हो रही है. साबूदाने की खिचड़ी जैसे पारंपरिक खाद्य की लोकप्रियता बाजार को बड़ा करती ही है, साथ ही, प्रयोगधर्मी महिलाएं जो साबूदाने से तरह – तरह के नाश्ते और व्यंजन बनाती हैं, वह मांग भी इसमें बड़ा योगदान देती है. साबूदाने का पकने में आसान होना, मसालों के मिलने पर स्वादिष्ट खाद्य उत्पाद बन जाने का गुण इसकी लोकप्रियता बढ़ा देता है, जो बड़े बाजार के लिए अवसर है.

फलाहार के साथ ही, सेहत को लेकर जो परिवार जागरूक हैं, वे भी अब फलाहारी मिलेट्स जैसे मोरधन, कोदो, रागी, फॉक्सटेल और बार्नयार्ड मिलेट्स को अपने रोजाना के तीन मुख्य खाने ब्रेकफ़ास्ट, लंच या डिनर में से कम से कम एक में शामिल करने का प्रयास कर रहे हैं. सच्चासाबु फलाहारी आटा के बारे में श्री साबु ने बताया कि हमारी रिसर्च टीम ने मिलेट और कसावा जमीकंद के मिश्रण से जो फलाहारी आटा तैयार किया था, वह अब बाजार में उपलब्ध है. यह फलाहारी आटा, व्रत उपवास में सेवन करने योग्य व ग्लुटेन मुक्त होने के साथ पोषक, स्वादिष्ट और स्वास्थ्यप्रद भी है. इस फलाहारी आटे की रोटियाँ, सामान्य तापमान वाले जल के उपयोग से भी बहुत नर्म और स्वादिष्ट बनती है. मध्य प्रदेश के साथ पूरे भारत में उपभोक्ताओं ने सच्चासाबु फलाहारी आटे को बहुत अच्छा प्रतिसाद दिया है .
आने वाले दिनों में सच्चासाबु फरियाली आटा, सच्चामोती , सच्चासाबु एगमार्क साबूदाना, साबुदाना पापड़, अल्पाहार नारियल बूर्रा व मखाना, तथा कुकरीजाॅकी भगर (मोरधन) , राजगीरा, कोदरा आदि मीलेट श्रीधान्य आदि की बिक्री व खपत अत्यधिक बढ़ने की संभावना से कम्पनी ने अपने फरियाली उत्पादों की बाजार में निरंतर उपलब्धता की व्यवस्था की है, जिससे ग्राहकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो. मखाना और भगर में मांग अधिक होने से पहले ही भाव तेजी पर हैं .श्रावण की मांग देखते हुए सच्चासाबु फरियाली आटा, साबुदाना व साबुदाना पापड़ में भी भाव तेज रहने की संभावना है .