Harvard में समझ रहे महाकुंभ का प्रबंधन
अलग अलग 26 विश्वविद्यालय में जारी है महाकुंभ पर अध्ययन
प्रयागराज में महाकुंभ खत्म हुए एक महीने से ज्यादा समय बीत गया है लेकिन जो इसे लेकर जिसने भी करीब से देखा या सुना है वह हैरान है कि आखिर 66 करोड़ की जनता को कैसे एक मध्यम श्रेणी के शहर ने होस्ट किया और कैसे इतना बड़ा आयोजन हो सका. अब इस पर हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी केस स्टडी पढ़ाना तय किया है. इस मैनेजमेंट को लेकर छात्र समझेंगे कि इतनी बड़ी श्रद्धालुओं की संख्या और उनके खानपान का प्रबंधन कैसे हुआ, भोजन व्यवस्था से लेकर स्वच्छता तक और सुरक्षा से लेकर वेंडिंग के दूसरे पहलुओं तक को छात्र समझेंगे. वैसे ऐसा करने वाला हॉर्वर्ड अकेलेा नहीं है बल्कि देश-दुनिया के 26 विश्वविद्यालय और संस्थान प्रयागराज का इस महाकुंभ पर अध्ययन जारी है.
स्टैनफोर्ड विवि, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, एम्स, आईआईएम अहमदाबाद, इंदौर, बंगलुरू, आईआईटी कानपुर और अहमदाबाद, जेएनयू, डीयू तथा लखनऊ विश्वविद्यालय में से कुछ इसके अलग अलग पहलुओं पर तो कुछ समग्र रूप से महाकुंभ पर अध्ययन जारी रखे हुए हैं. हॉर्वर्ड ने मेला क्षेत्र की चाय की दुकान से लेकर फेरी, फूड कार्ट, भंडारे, राशन वितरण, वेंडिंग जोन पर काम करते हुए खासतौर पर खानपान को लेकर काम किया है.