June 28, 2025
हेल्थ

Heart- Kidney की समस्या उन्हें ज्यादा जिनकी नींद कम

World Health Day

युवाओं के नींद के घंटे लगातार कम होते जा रहे हैं और अब हालत यह है कि 18 से 25 आयु के पचास प्रतिशत से ज्यादा युवा की नींद का समय छह घंटे सम भी कम हो गया है जबकि डॉक्टरों का कहना है कि कम से कम 7 घंटे की नींद किसी भी स्वस्थ व्यक्ति के लिए जरुरी है. हालांकि यदि हम लंबे समय तक कम सोते हैं तो शरीर की घड़ी उसी के अनुसारी ढल जाती है लेकिन 6 घंटे से भी कम की नींद कई मुश्किलों को बढ़ा सकती है. इससे कम नींद लेने पर आपके हॉर्माेन गड़बड़ कर सकते हैं और उनके बदलाव का असर आपके व्यवहार ही नहीं आपके दिल, और किडनी को भी खतरे मेंद डाल सकते हैं. दरअसल नींद के पांच चरण होते हैं जिनमें रैपिडआई मूवमेंट वाली नींद पांचवें चरण में ही आती है और इसके पहले के चार चरण पार करने में भी शरीर को पर्याप्त समय लगता है. इसलिए कहा जा सकता है कि जो लोग छह घंटे से भी कम नींद लेते हें उनके आरईएम नींद तक पहुंचने की संभावना ही कम होती है जबकि यही नींद का वह चरम होता है जो आपको ताजगी और नींद की पूर्णता का अहसास देता है. डॉक्टरों की मानें तो सोशल मीडिया और मोबाइल की आदतों के चलते नींद का पैटर्न बदलता जा रहा है और पचास प्रतिशत से ज्यादा लोग सोने से पहले तक मोबाइल का इस्तेमाल करते रहते हैं और इससे उस नींद में खलल पड़ता है जिसे अच्छी नींद की श्रेणी में रखा जा सके. ऐसे में यदि आप अपनी नींद का समय घटा कर छह घंटे से कम कर देते हें तो यह शरीर के हिसाब से गलत होगा और दो प्रतिशत युवा तो चार घंटे के आसपास की ही नींद से काम चलाने की बात कर रहे हैं.

रात में मोबाइल की ब्लू लाइट के चलते हमें नींद का अहसास नहीं हो पाता और अर्ध जागृत रहने से हम जब सुबह उठते हैं तो वे समस्याएं आती हैं जो नींद न पूरी होने से होती हैं.

डॉ. प्रमोद झंवर