Iphone कहां गया यह मुझे नहीं पता केजरीवाल
केजरीवाल ने ईडी की हिरासत में सहयोग न करने का रुख अपना लिया है और आज जब उननसे चार घंटे की पूछताछ हुई तो उन्होंने ईडी को जवाब देने के बजाय बचाव वाला रवैया अपनाया. बताया जा रहा है कि जब ईडी ने उनसे शराब नीति बनाते समय उनके पास रहने वाले फोन के बारे में पूछा तो उन्होंने कह दिया कि मुझे पता ही नहीं कि वह फोन कहां है. वैसे केजरीवाल के जिस कथित आदेश को लेकर आतिशी ने जोर शोर से बताया कि यह जेल से पहुंचाया गया है, उस पर भी ईडी की नजरें टेढ़ी हो गई हैं. दरअसल जेल मैन्युअल के हिसाब से और मिली सुविधाओं के तहत केजरीवाल एक घंटे के समय में अपने वकील से कानूनी सलाह के लिए या अपने परिवार से भावनात्मक सहारे के लिए मिल सकते हैं लेकिन वे इन मुलाकातों का इस्तेमाल किसी को बाहर आदेश देने के लिए या संदेश पहुंचाने के लिए नहीं कर सकते हैं. अब आतिशी को भी यह साफ करना होगा कि क्या वाकई ये आदेश उन्हें केजरीवाल की ओर से जेल से पहुंचाया गया था और यदि ऐसा नहीं था तो उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर क्या गलत बताया था.