Prashant Kishor पर भी छात्रों के साथ एफआईआर
हाल ही में राजनीति में उतरे हैं अब तक रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर
पटना में बीपीएससी अभ्यर्थियों का लगातार चल रहा प्रदर्शन नीतिश सरकार के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है क्योंकि चुनाव करीब हैं और अब इस प्रदर्शन में राजनीति भी शामिल हो गई है. रविवार को एक बार फिर छात्रों की पुलिस से टकराहट हो गई, इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज और वॉटर कैनन का इस्तेमाल छात्रों पर किया. छात्रों का जत्था गाँधी मैदान से मुख्यमंत्री आवास की तरफ जा रहा था. प्रदर्शन में रणनीतिकार से राजनीति में उतरे जनसुराज पार्टी के प्रशांत किशोर के शामिल होने के बाद छात्रों का जोश और बढ़ गया. इसके बाद जब प्रशांत किशोर के भाषण के बाद टकराव की स्थिति बनी तो पुलिस ने उन पर भी एफआईआर कर ली. पुलिस ने उन पर छात्रों को भड़काने का आरोप लगाया है.
व्यवस्था बिगाड़ने और पुलिस से भिड़ने को लेकर अब तक 21 लोगों पर नामजद एफआईआर की गई है जबकि 700 अज्ञात लोगों को भी आरोपित माना गया है. अब प्रदर्शनकारी छात्र भी आरोप लगा रहे हैं कि प्रशांत किशोर ने हमें तो भड़का दिया लेकिन जब लाठीचार्ज हुआ तो वो चुपके से निकल गए जबकि अपने भाषण में उन्होंने बार बार कहा कि मैं आपके साथ लाठियां खाने को भी तैयार हूं. पुलिस ने लाठीचार्ज पर सफाई देते हुए कहा है कि छात्र शांति व्यवस्था बिगाड़ रहे थे इसलिए हमें मजबूरी में लाठी चार्ज करना पड़ा. छात्रों को बातचीत के के लिए बुलाया गया लेकिन वे इसके लिए तैयार नहीं थे. इन छात्रों की मांग है कि हाल ही में हुई परीक्षा में गड़बड़ी के चलते परीक्षा फिर से कराई जानी चाहिए.