Panama पर चीन को चेतावनी दी ट्रंप ने
चीन ने इस क्षेत्र में दखल बढ़ाकर परेशान कर दिया है यूएस को
अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पनामा सरकार से कहा है कि पनामा नहर के इस्तेमाल के लिए ज्यादा दरें वसूलना बंद नहीं किया तो अमेरिका इस पर पूरी तरह कब्जा कर सकता है. ट्रंप का कहना है कि हम पनामा नहर को ‘गलत हाथों’ में नहीं जाने देंगे. ट्रंप का इशारा चीन पर है. ट्रंप चाहते हैं कि पनामा नहर का प्रबंधन चीन के पास नहीं जाना चाहिए. दरअसल पनामा नहर वैश्विक भू-राजनीति के लिए अहम है. 82 किलोमीटर लंबी यह नहर अटलांटिक और प्रशांत महासागर को जोड़ती है और अमेरिका का चौदह और पूरी दुनिया का छह प्रतिशत समुद्री व्यापार इससेहोता है. अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए भी यह अहम है क्योंकि जो दूरी घूमकर जाने में 22हजार किलोमीटर पड़ती है वह पनामा की वजह से सिर्फ 8370 किलोमीटर पड़ती है.
1881 में जब फ्रांस ने इसे शुरू किया था तो लगा था कि यह प्रोजेक्ट कभी पूरा नहीं हो सकेगा लेकिन 1914 में यह नहर बन गई. तब से 1999 तक इस पर अमेरिकी आधिपत्य रहा, इसके बाद इसे पनामा सरकार को दे दिया गया. फिलहाल इसका प्रबंधन पनामा कैनाल अथॉरिटी करती है. इसे लेकर पर्दे के पीछे चीन और अमेरिका के बीच तनातनी जारी है. चीन बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव के जरिए पनामा नहर पर प्रभाव बढ़ा रहा है. चीन अभी हांगकांग की एक कंपनी के मार्फत पनामा के पांच बड़े जोन नियंत्रित करता है. इनमें से दो नहर के मार्ग पर हैं. पैसिफिक कोस्ट क्रूज टर्मिनल, पनामा नहर पर पुल बनाने और कुछ बुनियादी ढांचे बनाते हुए चीन यहां दखल इतना बढ़ा चुका है कि अमेरिका परेशान है. इसी संदर्भ में ट्रंप ने कहा है कि वे पनामा नहर का प्रबंधन 1999 से पहले की तरह फिर हथिया सकते हैं.