Environment Week के पांचवें दिन सोलर ड्रायर के फायदों पर हुई चर्चा
जिम्मी और जनक मगिलिगन फाउंडेशन के पर्यावरण संवाद सप्ताह में पांचवें दिन सोलर ड्रायर पर चर्चा हुई. सभी का स्वागत करते हुए जनक पलटा ने बताया कि कैसे उनके पति स्वर्गीय जिम्मी मगिलिगन अखबार की एक खबर से विचलित हो गए थे कि कर्ज में दबे किसान के टमाटर की फसल न बिक पाने पर आत्महत्या कर ली . इसके बाद उन्होंने बिना किसी ट्रेनिंग के पहला सोलर टनल ड्रायर बनाया. भूटान सरकार ने उन्हें बुला कर पॉलिटेक्निक स्टाफ को सोलर कुकर बनाना सिखाने की शुरुआत की. उन्होंने अलग अलग जगहों पर किसानों को सोलर ड्राइंग की ट्रेनिंग भी दी. जब वे नहीं रहे तो मगिलिगन सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट में उनके बनाए ड्रायर से वरुण राहेजा ने ड्रायर बनाना और कई चीजों को ड्राइ करना सीखा. वे आज हजारों किसानों को इसके जरिए फायदा पहुंचा पा रहे हैं. राहेजा सोलर फ़ूड प्रोसेसिंग प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक वरुण रहेजा ने बताया कि कैसे उन्होंने ड्रायर बनाने के बाद फलों वगैरह को सुखाने के लिए प्रयोग किए और आज वे किस तरह सफलता पूर्वक कंपनी चला पा रहे हैं. वरुण की मामाजी और कंपनी की डायरेक्टर बबीता राहेजा ने कंपनी की सफलता से पहले की गई मेहनत के बारे में बताया.
भारत ही क्यों पूरी दुनिया के लिए फायदेमंद हैं ऐसे ड्रायर
जैविक कंपनी से जुड़ी मोनिका यादव ने कहा ड्रायर के लाभ पूरी दुनिया ले सकती है. एनर्जी एंड एनवायरमेंट डिपार्टमेंट डीएवीवी के प्रोफ़ेसर रामेश्वर साहनी ने कहा यह ग्रामीण भारत की इकॉनामी और इकोलॉजी के लिए भविष्य की आशा है. श्रीमती सुरेखा सोनावणे ने बताया कि उन्होंने 2018 में सोलर ड्रायर लेकर प्रीमिक्स बनाने की शुरुआत की और वे अब तक लगभग 300 रेसीपी की रेडी टू इट प्रीमिक्स बना चुकी हैं. सोलर इंजीनियर डॉ. सुष्मिता भट्टाचार्य ने बताया वे सोलर एनर्जी के विभिन्न उपयोगों पर किस तरह लोगों को जागरुक करने और उनकी मदद कर पााने में सफल हो पाईं और इससे कितने स्तर पर लाभ हो सका. वैद्य शैफाली ने कहा कि आयुर्वेद से ऐसी कॉस्मेटिक भी बन सकती हैं जो स्किन के लिए फायदेमंद हों और जड़ी बूटियों से जुडे ऐसे प्रयोगों में भी सोलर काफी मददगार हो सकता है. कार्यक्रम में मोनिका सोलंकी, परमीत सिंह, श्रीमती निशा संगल, वीरेंद्रर गोयल ने भी सोलर ड्रायर और कुकर को लेकर प्रयासों पर बात रखी. खुशबू ने भक्ति गीत प्रस्तुत किया.