August 2, 2025
प्रदेश

Raja Raghuvanshi के हत्यारे पकड़ाए अच्छा हुआ लेकिन इंदौर पुलिस से सवाल तो पूछिए

राजा रघुवंशी मामला और सोती रहने वाली इंदौर पुलिस
मेघालय में मारे गए राजा रघुवंशी मामले में जहां मेघालय पुलिस की तारीफें हो रही हैं वहीं इंदौर पुलिस की सुस्ती पर सवाल भी उठ रहे हैं. जितनी मुस्तैदी और मेहनत से मेघालय पुलिस काम कर रही थी उतनी सुस्ती और बेफिक्री इंदौर पुलिस दिखा रही थी. वह भी तब जब एक खास केस में यहां के सांसद सहित कई नेता यह पता चलते ही सक्रिय हो गए थे कि इंदौर के दंपत्ति के साथ मेघालय में गड़बड़ हुई है. बात केंद्रीय गृहमंत्री तक भी पहुंच चुकी थी यानी जिस मामले में सीधे अमित शाह का मंत्रालय इन्वॉल्व हो गया हो उसे लेकर भी इंदौर पुलिस ने सुस्ती दिखाई और सुस्ती भी इस कदर की हत्या के आरोपी यहां मजे से किराए का फ्लैट ले लेते हैं, उनका पुलिस वेरिफिकेशन भी हो जाता है और वे बेफिक्री से जिससे, जब मिलना चाहीते हैं, मिल भी लेते हैं. इंदौर से मेघालय की दूरी दो हजार किलोमीटर से भी ज्ययादा है और हत्यारे इतनी यात्रा कर इंदौर में आकर रुक जाते हैं ओर फिर अपनी मर्जी से जब मन होता है यूपी के लिए भी निकल पड़ते हैं. जिस सोनम को पुलिस राजा की हत्या के बाद गायब मान रही थी वह इंदौर में ही रह रही थी, उसके लिए किराए पर फ्लैट करवा दिया गया, उसके लिए राशन की कहीं कमी नहीं थी और तो और वह मोबाइल वगैरह का भी इस्तेमाल कर ही रही थी भले वह हत्या में प्रयुक्त मोाबइल काम में न ले रही हो लेकिन वह राज कुशवाह से भी संपर्क में थी और जिसने उसके लिए फ्लैट वगैरह का पूरा इंतजाम किया उससे भी. पुलिस पता लगाती तो शायद यह भी साफ हो जाता कि वह किन किन से किस किस बात के लिए संपर्क कर रही थी लेकिन इंदौर पुलिस जाग ही कहां रही थी. मेघालय पुलिस ने जब सोनम को हत्या में शामिल मान कर सबूत जुटाए तब भी इंदौर पुलिस की भूमिका नगण्य ही रही. हां जब सारा खेल साफ हो गया तब जरुर उसने शहर में मौजूद हत्यारों को पकड़ने में तेजी दिखाई.

आज भले राजा हत्याकांड के सारे राज खुल जाने पर पुलिस को बधाइयां मिल रही हों लेकिन पूछिए कि इसमें इंदौर पुलिस की कोताहियों को कैसे माफ कर दिया जाए. सोनम इंदौर आई्र इंदौर में रही, फिर निकल भी गई और पुलिस को यह कैसे पता चला? जब मकान मालिक ने कहा कि अरे ये तो मेरे मकान में रह रही थी. जिस समय इंदौर की नेतानगरी सोनम के लिए दुआएं मांगने से लेकर चेतावनी देने तक के मूड में थी उस समय हत्यारी सोनम इंदौर में ही मौजूद थी और उन सारे आदेशों को मुंह चिढ़ा रही थी जिसमें सर्विलांस कैमरों की मौजूदगी जरुरी बताई जाती है, जिसमें मकान मालनिक तो वेरिफिकेशन कराता है लेकिन पुलिस ऊंघते हुए ही प्रक्रिया पूरी कर देती है.