जीतू की मुश्किल, कोई अध्यक्ष न बनाने से नाराज किसी को बनाए जाने पर गुस्सा
दिग्विजय के बेटे को जिलाध्यक्ष बनाया तो कार्यकर्ताओं ने पूछा कि जो मंत्री रहा उसे जिले में क्यों समेटा
जीतू पटवारी की राजनीतिक समझ और दिल्ली का फ्री हैंड ही है जो उन्होंने जिलाध्यक्ष और शहर अध्यक्षों की घोषणा में कमलनाथ गुट को ही नहीं दिग्विजय सिंह खेमे को निपटाने के सारे इंतजाम कर डाले. यह अलग बात है कि कांग्रेस में गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है, यहां तक कि जीतू पटवारी के पुतले फूंकने से भी कांग्रेसी कार्यकर्ता बाज नहीं आ रहे हैं.
भले गुस्से की सबसे ज्यादा खबरें भोपाल, इंदौर और गुना से आ रही हों लेकिन असंतोष कई जिलों में है. गुना में तो मामला इसलिए गरमा गया है क्योंकि दिग्विजय के बेटे और मंत्री पद तक संभाज चुके विधायक जयवर्धन सिंह को जिलाध्यक्ष बनाकर पर कतरने की कोशिश की गई. जीतू पटवारी का पुतला जलाने के मामले में गुना सबसे आगे रहा है लेकिन अध्यक्षों की घोषणाओं के साथ ही जो असतंोष का सैलाब आया है उसमें जीतू पटवारी के लिए मुश्किलें ही जयादा हैं..