MG Road पर चलना है या जवाहर, सुभाष, टैगौर मार्ग पर
विवेक भावसार (व्यंग्यकार, चिंतक)
मेरे शहर इंदौर में पुराने समय से तीन प्रमुख मार्ग रहे हैं और तीनों लगभग समानांतर चलते हैं.
जवाहर मार्ग, महात्मा गांधी मार्ग और सुभाष मार्ग.
महात्मा गांधी मार्ग सबसे लंबा मार्ग है, जबकि शेष दोनों उससे लंबाई में कम ही हैं. सुभाष मार्ग तो लंबाई में सबसे छोटा है. जवाहर मार्ग अति व्यस्त और यातायात की दृष्टि से दुरूह और दयनीय. महात्मा गांधी मार्ग तुलना में अधिक नियंत्रित.
सुभाष मार्ग और महात्मा गांधी मार्ग तो शुरू ही एक बिंदु से होते हैं और अपना अलग अलग रास्ता बना लेते हैं, जबकि सुभाष मार्ग और जवाहर मार्ग एक दूजे से कभी नहीं मिलते . इन दोनों में दूरी बनाने का महात्मा गांधी मार्ग का बड़ा रोल है. दोनों के बीच शुरू से आखिर तक बापूजी (महात्मा गांधी मार्ग) चलते ही चले जाते हैं.
एक रवींद्रनाथ टैगोर मार्ग भी है, जो इन तीनों के समानांतर नहीं, बल्कि इनके लंबवत है, जो महात्मा गांधी मार्ग के बीच से शुरू होकर जवाहर मार्ग को छूते हुए आगे बढ़ जाता है. सुभाष और रविंद्रनाथ का आपस में कोई संबंध नहीं आता.
क्या ही नामानुरूप किस्मत पाई है इन सड़कों ने.
- नामानंद!