IIM Indore का 28वां स्थापना दिवस मना
2026 में तीन दशक पूरे करने की कार्ययोजना भी प्रस्तुत की
भारतीय प्रबंध संस्थान इंदौर ने 3 अक्टूबर 2024 को अपना 28वां स्थापना दिवस मनाया. स्थापना दिवस के मौके पर अपने संबोधन में आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमांशु राय ने भविष्य के लिए संस्थान के दृष्टिकोण पर जोर दिया. उन्होंने पिछले 28 वर्षों में संस्थान की उपलब्धियों के बारे में बात करते हुए कहा भविष्य पर भी अपने विचार रखे. उन्होंने 2026 में आईआईएम इंदौर के तीन दशक पूरे होने को लेकर एक महत्वाकांक्षी योजना की रूपरेखा साझा की. उन्होंने पिछले एक साल में संस्थान की उल्लेखनीय उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, जिसमें वैश्विक रैंकिंग में वृद्धि और प्रभावशाली सहयोग के माध्यम से संस्थान के अंतरराष्ट्रीय पदचिह्न का विस्तार शामिल है. उन्होंने भारत के शीर्ष प्रबंधन संस्थानों में से एक के रूप में संस्थान की निरंतर प्रमुखता और वैश्विक मंच पर इसके बढ़ते प्रभाव पर जोर दिया. उन्होंने कहा भविष्य के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहन के साथ उन्होंने सभी को कहा कि असली यात्रा अब शुरू होती है. आईआईएम इंदौर समुदाय से सहयोग को अपनाने, अपनी जड़ों का सम्मान करने और अपनी यात्रा के अगले अध्याय में कदम रखते हुए उच्च लक्ष्य रखने का आग्रह किया.
कार्यक्रम में बेस्ट फैकल्टी और बेस्ट स्टाफ अवार्ड्स भी दिए गए. इस वर्ष का सर्वश्रेष्ठ बेस्ट फैकल्टी अवार्ड प्रोफेसर राजहंस मिश्रा को दिया गया. इस अवसर पर स्टूडेंट फीडबैक के आधार पर शीर्ष 5 प्रतिशत रहे विभिन्न संकाय के प्रोफेसर्स को भी सम्मानित किया गया. उत्कृष्ट शिक्षण के लिए सम्मानित प्रोफेसरों में
- प्रोफेसर मनोज मोतियानी
- प्रोफेसर जतिन पांडे
- प्रोफेसर मित वछराजानी
- प्रोफेसर मनीष पोपली
- प्रोफेसर उदयन शर्मा
- प्रोफेसर के. किरण कुमार शामिल थे.
बेस्ट स्टाफ अवार्ड्स 2024 के लिए पुरस्कार प्राप्त करने वालों में - सुश्री खुशबू जैन
- सुश्री निशा राठौर अग्रावत
- श्री मोहम्मद मुआबिद शेख चोपदार
- श्री सत्येंद्र गोंड
- श्री दिनेश सिंह नेगी शामिल रहे.
एक दशक या उससे अधिक समय से संस्थान से जुड़े बीस कर्मी और पच्चीस साल से जुड़े सात कर्मी भी इस मौके पर सम्मानित किए गए. 28वें स्थापना दिवस में न केवल संस्थान की समृद्ध विरासत का सम्मान किया गया, बल्कि आईआईएम इंदौर के नई ऊंचाइयों को छूने और एक ऐसे भविष्य का निर्माण करने के संकल्प की भी पुष्टि की, जो सामाजिक रूप से जागरूक और नैतिक और सामाजिक रूप से जागरूक प्रबंधकों को तैयर करने के अपने मूल मिशन के साथ संरेखित हो.