April 19, 2025
इंदौर

77 पौधे रोप कर मनाया जनक दीदी का 77 वां जन्मदिन

हर साल अपने जन्म वर्ष के हिसाब से हर साल पौधारोपण कर मनाती आई हैं ‘सस्टेनेबल दीदी’
सृष्टि सर्राफ सिसोदिया
जिनसे आप मिलेंगे तो बार बार यह सुनेंगे कि जब सांसें कितनी लीं इसका लेखा जोखा नहीं रखते हैं तो कितने पौधे लगाए या प्रकृति की कितनी सेवा की इस बात का हिसाब क्यों रखना चाहिए. पूरी जिंदगी प्रकृति के लिए काम करती आई और सस्टेनबल लाइफ के लिए एक उदाहरण बन चुकी जनक पलटा मगिलिगन कहती हैं कि प्रकृति को सम्मान देने का, उसके प्रति अपनी भावना जताने का, आनंदित होने का, प्रकृति के साथ समय बिताने का, जन भागीदारी का ,समाज में अपने कर्तव्य और अधिकारों के उचित प्रयोग को लेकर यदि हम अपने हिस्से का ही काम कर दें तो बहुत है. प्रकृति के साथ समय बिताना किसी ध्यान क्रिया से कम नहीं है. हर साल अपने जन्मदिन पर उम्र की संख्या के बराबर पौधे लगाकर और उन्हें सहेजने की पूरी व्यवस्था करने की ही अपनी सालों पुरानी परंपरा निभाते हुए इस साल भी 16 फरवरी को जनक दीदी का जन्मदिन मनाने दूतनी पहाड़ी पर कई गणमान्य लोग जुटे और स्वत; स्फूर्त तरीके से पौधे लगाने के काम में जुट गए. सांसद श्री शंकर लालवानी, आर्यमा सान्याल मैडम, समीर शर्मा, अम्बरीष केला, रवि रावलिया, वीरेंद्र गोयल व राजीव सिंघल जैसी कई हस्तियों ने इस पौधारोपण में अपनी आहुति दी. शंखनाद से शुरु हुए कार्यक्रम में प्रार्थनाओं का सस्वर पाठ वातावरण को सकारात्मक बना गया. सभी उपस्थितों के आनंदित चेहरे बता रहे थे कि जनक दीदी के जन्मदिन के इस अनूठे आयोजन से उन्हें कितनी ऊर्जा मिल रही है.
सभी माननीयों ने अपनी अपनी पसंद से पौधे चुने और पहाड़ी में पहले से नियत किए गए स्थानों पर पौधारोपण की शुरु कर दी. देशभर में अपनी विशिष्ट पहचान बना रहे स्टार्ट अप ‘स्वाहा’ लगाए गए पौधों के लिए विशेष रुप से बनाई घरेलू खाद उपलब्ध कराई. हर्षौल्लास के वातावरण में पक्षियों के कलरव, सूरज की सुनहरी किरणों और मंद पवन के बीच हुए इस कार्यक्रम के बाद जैविक, स्वादिष्ट, स्वास्थ्यवर्धक नाश्ते की. भंडारी कृषि फार्म पर इस उपलक्ष्य में जो नाश्ता लगाया गया था वह भी जनक दीदी के सस्टेनेबल और सोलर वाली जिद के साथ बनाया गया था. सभी ने चारपाई पर बैठकर ग्रामीण परिवेश में स्वादिष्ट नाश्ते का आनंद लिया. जिसमें आयरिश कुकी से लेकर इंदौरी पोहे तक जैसी चीजें प्रकृति के बीच कुछ खास स्वाद लिए हुए लग रही थीं. जनक दीदी ने शुभकामनाओं के बदले सभी से प्रकृति संरक्षण का संकल्प मांगा और इस तरह एक अनूठा कार्यक्रम संपन्न हुआ.