Dhar Bhojshala से मिले साक्ष्य हाइकोर्ट को सौंपे गए
भोजशाला में सर्वे को लेकर हिंदू पक्ष के मंदिर होने के दावे के पक्ष में जो सबूत मिले हैं उन्हें इंदौर हाइकोर्ट को सौंप दिया गया है. सर्वे के सौ दिन पूरे होने से पहले ही रिपोर्ट हाइकोर्ट को समयसीमा में यानी 15 जुलाई तक सौंपी जानी थी. अब हाईकोर्ट में 22 जुलाई को सुनवाई होना है. दो हजार पेज की रिपोर्ट में 98 दिन चले सर्वे के दौरान एकत्र 1700 से ज्यादा प्रमाण और अवशेषों का विश्लेषण रखा गया है. रिपोर्ट के बारे में मीडिया से जानकारी न साझा करने की बात भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की जानकारी पक्षों को देने के निर्देश के साथ ही दे दी गई थी. हिंदू पक्ष का दावा है कि सर्वे में प्राचीन मूर्तियों सहित कई सबूत मिले हैं जो उनके दावे को पुख्ता करते हैं. इनमें टूटी मूर्तियां, शिलालेख, और संस्कृत श्लोक हैं, जो इसके वाग्देवी मंदिर होने की पुष्टि करते हैं और यह भी कि इसे राजा भोज ने बनवाया था.
इस बारे में मुस्लिम पक्ष का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट कह चुका है कि एएसआई की रिपोर्ट पर हाईकोर्ट एक्शन नहीं ले सकता है. इसका फैसला सुप्रीम कोर्ट स्तर से ही होगा. रिपोर्ट की गोपनीयता रखने का आदेश है, ऐसे में पक्षकारों को रिपोर्ट देना सही है या नहीं यह भी हम देख रहे हैं.
अब तक क्या क्या मिला
■ गर्भगृह के पीछे मंदिर की दीवार का ढांचा.
■ नीचे के बंद कमरे से वाग्देवी, मां सरस्वती, हनुमान, गणेश, काल भैरव सहित प्रतिमाएं, शंख, चक्र के अवशेष.
■ दरगाह के पीछे हिस्से में श्रीकृष्ण, वासुकी नाग और शिव प्रतिमा.
■ 150 नक्काशी वाले अवशेष मिले.
■ अक्कल कुइया मिली.
■ मुख्य स्तंभों पर सीता-राम, ओम नमः शिवाय.