April 19, 2025
Youth

Prichard के दो मेडल, आज भी विवाद में

दो सिल्वर मेडल जिन पर आज भी है विवाद
पेरिस में ही 124 साल पहले यानी 1900 में हुए ओलंपिक्स में भारत की तरफ से 200 मीटर की बाधा दौड़ और 200 मीटर दौड़ में नॉर्मन प्रिचर्ड ने रजत पदक जीते थे. ऐसा नहीं कि प्रिचर्ड भारतीय ओलंपियन इसलिए माने गए क्यों उस समय अंग्रेजों का ही भारत पर राज था बल्कि उन्हें भारतीय मानने की वजह यह भी थी कि उनका जन्म भी भारत में ही हुआ था और कोलकाता में जन्मे प्रिचर्ड ने जब दो सिल्वर जीत लिए तो वे भारत के लिए ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए लेकिन इसके बाद यह हुआ कि ब्रिटेन ने भी उन्हें अपना खिलाड़ी बता दिया. तभी से यह झगड़ा चला आ रहा है कि आखिर प्रिचर्ड के पदक किस देश के खाते में लिखे जाएं.

हर ओलंपिक के साथ यह उम्मीद भी आती है कि शायद ये पदक भारत की टैली में जुड़ जाएं लेकिन 124 साल में ऐसा नहीं हुआ और इस बार का भी ओलंपिक इसका कोई अंतिम निर्णय दिए बिना ही खत्म हो गया. ओलंपिक की आधिकारिक साइट उन्हें विवादित ओलंपियन बता कर छुट्‌टी पा जाती है लेकिन दोनों देशों का दावा आज भी प्रिचर्ड पर कायम है.