Unesco की खाने वाली सूची में शामिल होने के लिए लखनऊ का नामांकन
अभी इस सूची में सिर्फ हैदराबाद का नाम शामिल है भारत से
लखनऊ का स्वादिष्ट खाना अब दुनिया के मंच पर पहचान बनाने के लिए पूरी कोशिशें कर रहा है. लखनऊ की ओर से यूनेस्को की ‘क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क’ सीरिज के ‘सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी’ (खान-पान की राजधानी) बतौर नामांकन भेजा है. अभी सिर्फ हैदराबाद इसमें शामिल है. लखनऊ का नामांकन भेजने के बाद इस महीने और जरुरी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी. इसके बाद इस बात की संभावना है कि यूनेस्को की टीम खुद लखनऊ आकर लखनऊ के खानपान के इतिहास, परंपरा और आज के हालात देखेगी. लखनऊ के खानपान में खासतौर पर अवधी खानपान को शामिल किया गया है जिसमें निहारी, बिरयानी, खस्ता, कुल्फी और जलेबी वगैरह भी शामिल हैं. यूनेस्को के लिए बाकायदा एक डोजियर तैयार किया गया है जिसमें लखनऊ की खानपान परंपरा, अवध के शाही रसोईघरों का प्रभाव और आज तक चली आ रही इसके चलन को शामिल किया गया है. कहा जाता है कि लखनऊ के अवधी व्यंजन सिर्फ स्वाद के लिए नहीं बल्कि अपनी कलात्मकता कें लिए भी पहचाने जाते हैं. उम्मीद की जा रही है कि लखनऊ को यूनेस्को से मान्यता जरूर मिल जाएगी.
जिस श्रेणी में लखनऊ का नामांकन गया है उसमें फिलहाल अल्बा (इटली), अरेक्विपा (पेरु), बर्गेन (नॉर्वे), बेलेम (ब्राज़ील), बेंडिगो (ऑस्ट्रेलिया) हैं. भारत से क्रिएटिव सिटी नेटवर्क में साहित्य के लिए कोझिकोड, संगीत के लिए बनारस, चेन्नई और ग्वालियर, लेाककला के लिए जयपुर, फिल्मों के लिए मुंबई और हस्तशिल्प के लिए श्रीनगर शामिल हैं जबकि खानपान में सिर्फ हैदराबाद को शामिल किया गया है.