April 19, 2025
लाइफस्टाइल

Siachin और कारगिल तक जा सकेंगे पर्यटक

टूर ऑपरेटर्स को सेना देगी विशेष प्रशिक्षण

सियाचिन ग्लेशियर की बर्फीली चोटी, कारगिल और गलवान के युद्ध क्षेत्र जैसी जगहों पर अब पर्यटकों की भी आमद हो सकेगी. भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर पर्यटन को बढ़ाने के उद्देश्य से योजना बनाई है उसके च लते आने वाले समय में इन दुर्गम क्षेत्रों में भी पर्यटक जा सकेंगे.

सेना प्रमुख के अनुसार पर्यटकों को सियाचिन ग्लेशियर, कारगिल और गलवान जैसी जगहों पर जाने की अनुमति दिए जाने से न सिर्फ इन दुर्गम क्षेत्रों का प्रत्यक्ष अनुभव मिल सकेगा बल्कि पर्यटन के नए आयाम भी खोलेगा.. सेना इन क्षेत्रों में पर्यटकों के लिए ट्रैकिंग की विशेष व्यवस्था की तैयारी कर रही है. एक व्याख्यान में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर अब आतंकवाद से पर्यटन की ओर बढ़ रहा है. अब क्षेत्र में पर्यटन की संभावनाएं बढ़ाई जा रही हैं. पिछले सालों के मुकाबले अब पर्यटकों की संख्या इसलिए बढ़ी है क्योंकि आतंक पर अंकुश है. जम्मू काश्मीर के कई क्षेत्रों को पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने की योजना है. हम अगले पांच साल में पर्यटकों की संख्या दोगुनी करने की योजना है और इसके लिए टूर ऑपरेटरों को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. सेना प्रमुख के अनुसार ट्रांस-हिमालयन ट्रैक, उत्तराखंड में ‘सोल ऑफ स्टील’ ट्रेक और सियाचिन ग्लेशियर तक की जगहें पर्यटकों के लिए खुलेंगी. लद्दाख के काराकोरम का सियाचिन ग्लेशियर दुनिया के सबसे ऊंचे और सबसे ठंडे युद्ध मैदान के रूप में पहचाना जाता है.