Pushkar Mela इस बार विशेष रहा ‘द्रोणा’
कमाल का रहा इस बार का पुष्कर मेला
पुष्कर मेला पूरे देश में ही नहीं दुनिया भर में विख्यात हो चुका है और हजारों विदेशी सैलानी खासतौर पर इस मेले के दौरान यहां आना पसंद करते हैं. विदेशी मेहमानों के लिए विशेष तौर पर टेंट सिटी बसाई जाती है. ताकि ऊंटों की परेड, कालबेलिया जैसे पारंपरिक नृत्य, गीत-संगीत समारोह, खेल प्रतियोगिताओं और पुष्कर सरोवर पर दीपदान जैसे कार्यक्रमों का विदेशी पर्यटक पूरी तरह आनंद ले सकें.
भारतीय संस्कृति के विभिन्न रुपों को सामने रखने वाले इस मेले में बड़ा आकर्षण पुश मेला भी रहता है और इस बार तो यहां मोहाली से आए एक घोड़े ने सभी पशुप्रेमियों का दिल जीत लिया. कर्मदेव नाम के इस घोड़े की 72 इंच की ऊंचाई, बेहद आकर्षक और चमकीली स्किन और मजबूत शरीर ही नहीं इसके खानदान को लेकर भी लोगों में काफी उत्सुकता है क्योंकि इस घोड़े के पिता ब्रम्हदेव ही नहीं उनके भी पुरखे पुष्कर मेले में आते रहे और अपनी देहयष्टि से लेागों को लुभाते रहे हैं. चूंकि घोड़ों में पंचकल्याणक का खास महत्व होता है इसलिए इन्हें खरीदने के बारे में सोचकर आने वाले 11 करोड़ से तो ज्यादा ही साथ लेकर आते हैं क्योंकि यह ते इनकी बेस प्राइस हो गई है. यानी यदि वीर स्टड फॉर्म के मालिक गुरुप्रताप सिंह गिल बेचना चाहें तो ब्रम्हदेव और कर्मदेव के लिए 22 करोड़ की तो बोली लग ही चुकी है. ‘कर्मदेव’ की उम्र अभी सिर्फ 4 साल तीन महीने
है, 22 करोड़ में भी वे अपने इन दोनों घोड़ों को बेचना नहीं चाहते. वैसे पशुपालन विभाग का कहना है कि मेले में 1831 ऊंट और 3328 घोड़े सहित हजारों पशु आए लेकिन कुछ पशु ऐसे रिकॉर्ड अपने साथ लेकर आए कि उनकी कीमत करोड़ों तक जा पहुंची है. इन्हीं में एक भैंस भी है जिसकी कीमत चार करोड़ तक जा पहुंची है.