Olympics में लगातार दस बार भाग लेने वाली महिला
1988 से अब तक चार पदक भी जीत चुकी हैं
लगातार दसवें ओलंपिक में कुछ दर्शक तो ऐसे मिल सकते हैं जिन्होंने सभी सीजन देखें हों लेकिन यदि कोई कहे कि लगातार दस बार किसी ने ओलंपिक में हिस्सा लिया है तो अचरज होना स्वाभाविक है.
मिलिए जॉर्जिया की निशानेबाज नीनो सालुकवजे से जो पिछले नौ ओलंपिक में तीन पदक जीतने के बाद इस बार के ओलंपिक में भाग न लेने का मन बना चुकी थीं. यह फैसला लें उससे पहले ही उन्हें पिता की बातें याद आईं और उन्होंने तय किया कि वो पेरिस ओलंपिक में भी भाग लेंगी, पेरिस में गेम्स में अपना नाम दर्ज कराते ही उनके नाम यह रिकॉर्ड दर्ज हो गया कि लगातार दस ओलंपिक में भाग लेने वाली वो पहली महिला खिलाड़ी बन गईं. पुरुष वर्ग में अब तक एक ही ऐसा नाम है जिसने दस गेम्स में शिरकत की और वह नाम है कनाडा के जॉकी इयान मिलर का.
55 साल की नीनो ने इस बार जॉर्जिया का झंडा थाम रखा था लेकिन 1988 में जब सियोल में वो पिस्टल लेकर पहुंची थीं तब वो सोवियत संघ की खिलाड़ी थीं. 1988 में 25 मीटर पिस्टल और 10 मीटर एयर पिस्टल में एक स्वर्ण और रजत पदक जीत चुकी नीनो को अगला पदक बीस साल बाद बीजिंग ओलंपिक 2008 में कांस्य बतौर मिला. 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा का जूनियर विश्व रिकॉर्ड नीनो के नाम पर आज भी है और भारत की मनु भाकर ने इसकी बराबरी ही की है. दाहिनी आंख की समस्या के बावजूद उन्होंने पेरिस ओलंपिक में शामिल होने का निर्णय इसलिए लिया क्योंकि यह उनके पिता की आखिरी इच्छा थी.