January 3, 2025
लाइफस्टाइल

Lo Sono Painting यानी वह बेच दिया जो था ही नहीं


‘नथिंग’ को भी बेच कर कमा लिए पंद्रह हजार यूरो

सल्वातोर गराउ एक बड़े कलाकार हैं लेकिन कमाल यह है कि उनकी कलाकृति जिस व्यक्ति ने पंद्रह हजार यूरो देकर खरीदी है वह भी इस कृति को आपको दिखा नहीं सकता और इससे भी मजे की बात यह है कि यह कृति चोरी भी नहीं हुई है यानी इसका आधिपत्य भी खरीदने वाले के पास मौजूद है. ‘लो सोनो’ नाम की एक ऐसी अनूठी पेंटिंग जो कहीं मौजूद नहीं है क्यों लो सोनो का मतलब ही ‘कुछ नहीं’ होता है.

दरअसल गराउ ने सोचा कि लोग वही कृति खराीदते हैं जिसे वे देख सकते हैं लेकिन यदि मैं एक ऐसी पेंटिंग बनाऊं जो हो ही ना तो देखें कि खरीदार क्या करते हैं. गराउ ने एक खाली टेबल रखवाई, इसके आसपास शानदार रोशनी कराई और कहा कि यही मेरी अगली कृति है ‘नथिंग’ यानी लो सोनो. खुद गराउ मान रहे थे कि इसे लोग छह से नौ हजार यूरो के बीच में खरीद लेंगे लेकिन खरीदार तो और भी ज्यादा कला के पारखी निकले, उन्होंने बोली बढ़ाते बढ़ाते 15 हजार यूरो तक बढ़ा दी और ऐसे में गराउ को इस नथिंग पेंटिंग के 15 हजार यूरो मिल गए लेकिन खरीदार को इसके बदले में कुछ नहीं दिया गया. अब आप गराउ को वैसे भले बड़ा कलाकार न मानें लेकिन इस तरह से उन्हें कलाकार मानना ही होगा. इस वाकये से बचपन में सुनी वह चुटकुला जरुर इस घटना से याद हो आता है कि पेंटिंग बनाने के लिए जब बच्चे को कहा गया तो उसने कहा कि यह लीजिए बना दिया. कैनवास खाली देखकर टीचर ने पूछा कि क्या बनाया है, बच्चे ने कहा गाय है और घास है.टीचर ने कहा मुझे कुछ क्यों नहीं दिख रहा तो बच्चे ने कहा गाय थी घास कर निकल गई होगी. अब बचा है ‘नथिंग’, कीमत 15 हजार यूरो.