May 7, 2025
लाइफस्टाइल

Gender Bender; गिगल फॉर गर्ल्स से हटाया तो जुर्माना भरो

महिलाओं के प्लेटफॉर्म से क्यों हटाया, कोर्ट ने कहा गलत किया

गिगल फॉर गर्ल्स नाम के सोशल प्लेटफॉर्म को सिर्फ लड़कियों के लिए बनाया गया था, इसमें एक ट्रांसजेंडर को पहले अनुमति देने के बाद प्लेटफॉर्म से हटने को कह दिया गया. मुद्दा तूल पकड़ गया और अदालत तक चला गया, इस बीच प्लेटफॉर्म बंद भी हो गया लेकिन एक ऑस्ट्रेलियाई अदालत ने अपने फैसले में कहा कि ट्रांसजेंडर महिला को सिर्फ महिलाओं वाली नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म से हटाना भेदभाव है.

अदालत के अनुसार व्यक्ति का लिंग सिर्फ महिला या पुरुष हो यह जरुरी नहीं है. दरअसल 2022 में न्यू साउथ वेल्स की रॉक्सैन टिकल ने प्लेटफॉर्म और सस्थापक सैली ग्रोवर पर लैंगिक भेदभाव का आरोप लगाते हुए केस कर दिया था. टिकल का कहना था कि उनकी फोटो देखकर उन्हें पुरुष मान लिया गया जो गलत है. अब अदालत ने भी कह दिया कि सोशल नेटवर्किंग साइट का कदम गलत था और इस गलती के एवज में गिगल फॉर गर्ल्स टिकल को साढ़े पांच लाख रुपये के अलावा कानूनी खर्च दे.

कहा जा रहा है कि यह फैसला ट्रांसजेंडर्स के लिए काफी महत्व का है. क्योंकि किसी के जेंडर का फैसला बाहरी रूप के आधार पर नहीं होना चाहिए. टिकल का कहना है कि जन्म के समय वो भले पुरुष थीं लेकिन सेक्स-चेंज सर्जरी के बाद उन्हें पुरुष कहने का कोई तुक नहीं है. वहीं प्लेटफाम्र् की संस्थापक का कहना है कि फैसला महिला अधिकारों का विरोधी है लेकिन हमारी महिला अधिकारों की लड़ाई जारी है क्योंकि हम महिलाओं के लिए सुरक्षित नेटवर्किंग की जगह देना चाहते थे और यूजर्स को सेल्फी अपलोड करनी होती थी, जिसे जेंडर डिटेक्शन सॉफ्टवेयर हमें यह तय कर देता था कि हमें व्यक्ति को यहां रखना है या नहीं, ग्रोवर ने कहा कि वह टिकल के जेंडर अफर्मेशन सर्जरी करवा लेने, महिला के रूप में जीने, और महिला पहचान वाले दस्तावेज रखने के बाद भी मूल रुप से पुरुष ही मानेंगी.