Census क्या वाकई एक जनवरी से होना है जनगणना
प्रदेशों को मिले निर्देशों से यही संदेश कि 15 साल बाद अब शुरु होगी जनगणना
हर दस साल में कराई जाने वाली जनगणना इस बार पंद्रह साल बीत जाने के बाद भी शुरु नहीं हुई है. पिछली जनगणना 2011 में हुई थी और तब से इसका मुहूर्त लगातार टल ही रहा है, अब फिर कहा जा रहा है कि एक जनवरी 2025 से इसकी शुरूआत की जा सकती है. इससे पहले कोरोना के कारण 25 मार्च 2020 को जनगणना स्थगित हुई थी. मध्यप्रदेश के लिए यह मामला ज्यादा खास है क्योंकि यदि एक जनवरी से गणनपा होनी है तो 31 दिसम्बर 2024 तक सभी जिलों, गांवों, शहरों और तहसीलों व वन क्षेत्रों की प्रशासनिक सीमाएं तय हो जाएंगी. इस संबंधी रिपोर्ट राज्य सरकार जनगणना निदेशालय को देगी यानी नए संभागों, जिलों, तहसीलों और अन्य प्रशासनिक सीमाओं के गठन के पहले ही एमपी में मौजूदा प्रशासनिक सीमाओं के आधार पर जनगणना होगी, क्योंकि जनगणना शुरू होने के बाद इसके पूरा होने तक प्रशासनिक इकाईयों की सीमा में परिवर्तन नहीं होगा.
प्रदेश के सभी संबंधित विभाग यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी प्रशासनिक इकाइयों जैसे जिले, तहसील, राजस्व ग्राम, वन ग्राम, नगरीय निकाय और उनके वार्डों आदि की सीमाओं को बदलने की कार्रवाई को 31 दिसम्बर तक पूरा कर लिया जाए. प्रशासनिक पुनर्गठन आयोग की रिपोर्ट दे भी दी गई तो इसे स्वीकार करने, लागू करने और इस बीच अनुशंसाओं पर दावे आपत्ति वगैरह के लिए सरकार को बहुत कम समय मिलेगा जो 31 दिसम्बर तक संभव नहीं लग रहा है.