upsc का दावा पूजा का मामला अपने आप में अकेला
नई यूपीएससी चीफ सूदन ने प्रभार संभाला
यूपीएससी ने दावा किया है कि उसने 2009 से अब तक के 15000 मामलों की जांच की है और पाया कि एटैंप्ट को लेकर कोई दूसरा ऐसा मामला सामने नहीं आया जिसमें तय सीमा से ज्यादा किसी अभ्यर्थी ने परीक्षा दी हो. पूजा खेड़कर का मामला सामने आने के बाद कई आईएएस भी कह चुके हैं कि यूपीएससी को अपनी छवि और प्रक्रिया को मजबूत करना ही होगा ताकि उस पर भरोसा किया जा सके.
हालांकि जितनी जल्दबाजी में यूपीएससी ने 15000 मामलों को देखकर यह कहा है कि पूजा जैसा मामला कोई दूसरा नहीं है उस पर भी सवाल तो हैं ही. चूंकि पूजा खेड़कर ने एक साथ कई जगहों पर धोखाधड़ी की है इसलिए उसका चयन रद्द कर देने की बात यूपीएससी ने कह दी है लेकिन अब भी झूठे मेडिकल सर्टिफिकेट्स, जाति प्रमाण पत्रों में हेराफेरी और क्रीमी लेयर में होकर भी कम आय के सर्टिफिकेट्स देने जैसी बातों के दूसरे मामले होने की संभावनाएं खारिज नहीं की जा सकती हैं. इस बीच यूपीएससी की नई मुखिया रिटायर्ड आईएएस अधिकारी प्रीति सूदन बन गई हैं.कई विभागों में काम कर चुकी सूदन 1983 बैच की आईएसएस हैं और चार साल पहले रिटायर हो चुकी थीं. कोरोना के समय सूदन स्वास्थ्य सचिव थीं और महामारी से निपटने में उनकी रणनीति प्रमुख रही थी. अब सूदन पूजा खेड़कर मामले के बाद आई यूपीएससी की विश्वसनीयता की कमी को कैसे दूर करती हैं यह देखने की बात होगी.