August 2, 2025
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Trump ने एक ही दिन में बना डाले हजारों दुश्मन, कई दोस्त भी नाराज

कई विवाद खड़े होने वाले हैं आने वाले समय में इन कार्यकारी आदेशों के चलते

डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ लेने के अगले 48 घंटों में लगभग सौ कार्यकारी आदेश पारित कर यह तो बता दिया कि उनके इरादे क्या हैं और वे बिडेन के डेमोक्रेट कार्यकाल में किस कदर कसमसा रहे थे लेकिन अब उनके निर्णयों को लेकर प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी हैं और यदि आालम यही रहा तो ज्यूडिशियरी से लेकर राज्यों तक से सीधे टकराव के मामले में तेजी से बढ़ोतरी होना तय है. जन्म से मिलने वाली नागरिकता का मामला हो या थर्ड जेंडर को खत्म कर सिर्फ दो जेंडर पर ही व्यवस्था को आधारित करना, ट्रंप के लिए राहें मुश्किल हैं क्योंकि ज्यूडिशियरी की श्रंखला में कई राज्यों में डेमोक्रेट्स की पकड़ मजबूत है और तो और वाशिंगटन में भी डेमोक्रेट्स ही मजबूती में हैं.

यदि एक आदेश पर ही 50 में से 22 राज्य ट्रंप के विरोध में खड़े हो गए हों तो समझा जा सकता है कि राह कितनी मुश्किल है. यूं भी डेमोक्रेट्स ने अपना दम इस बात से भी दिखा दिया कि एक महिला पादरी ने शपथ कार्यक्रम में ट्रंप की नीतियों के खिलाफ बोलकर उनके मुंह का जायका तो खराब कर ही दिया था साथ ही यह भी बता दिया था कि बिडेन जाते जाते भी किस तरह व्यवस्था खराब करने से नहीं चूके. नागरिकता मामले में फिलहाल तो छोटी अदालत ने ट्रंप के आदेश पर रोक लगाई है लेकिन यह लड़ाई की शुरुआत भर है. वैसे ट्रंप को सिर्फ बाहरी विरोध झेलना पड़ रहा हो ऐसा भी नहीं है. वर्क फ्रॉम होम खत्म करने से सरकारी कर्मचारी भी उनसे चि़ढ़ गए हैं और खुद सरकार में उनके विश्वस्त भी अब आश्वस्त नहीं रहे. रामास्वामी को DOGE में मस्क के साथ चीफ बनाया गया लेकिन उन्हें काम शुरु करने से पहले ही इस्तीफा देना पड़ गया भले कहा गया हो कि वो ओहियो गर्वनर के लिए लड़ने जा रहे हैं इसलिए इस्तीफा हुआ लेकिन परदे के पीछे की कहानी कुछ और है यह भी तय है. यही नहीं एलन मस्क भी इस बात से अपसेट हैं कि एआई को लेकर जो महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट बनाया गया उसमें उनके ग्रोक को शामिल नहीं किया गया लेकिन उनके विरोधी सैम ऑल्टमैन जैसों को शामिल किया गया है.