South-North Korea में कचरे को लेकर तनाव
साउथ कोरिया ने आरोप लगाया है कि उसका पड़ोसी देश नॉर्थ कोरिया बैलून के सहारे कचरा फेंक रहा है. अब तक घरों में इस तरह की बात सामने आती थी कि पड़ोसी के फेंके कचरे को लेकर विवाद हो लेकिन कचरा फेंकने को लेकर दो देशों में विवाद अनूठी बात है. वैसे इस बात की भी चर्चा होती रही हैँ कि विकसित देश अपने यहां का कचरा विकासशील और गरीब देशों में खपाते हैं लेकिन गुब्बारों के सहारे कचरे के बैग दूसरे देश की सीमा में फेंने जैसा मामला नार्थ और साउथ कोरिया के बीच ही हो सकता है. साउथ कोरिया की मिलिट्री ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि नॉर्थ कोरिया से पहली बार बैलून पहुंचने शुरू हुए और बुधवार सुबह यहां 150 गुब्बारे कचरा भरकर फेंकने के लिए पहुंच गए. साउथ कोरिया के जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने इसकी तस्वीरें भी रिलीज की हैं. इसमें दो बड़े गुब्बारों को रस्सी से बांधकर इनसे प्लास्टिक बैग बांधा गया है, जिसमें कचरा भरा है. इन गुब्बारों से फेंके गए कचरे के चलते साउथ कोरिया की कई सड़कों पर कूड़ा जमा हो गया है. अब एजेंसियां कचरा फेंकने के मामले की जांच में जुट गई हैं. साउथ कोरिया का कहना है कि नॉर्थ कोरिया अंतरराष्ट्रीय कानूनों को तोड़ रहा है और हमारे नागरिकों की जान के लिए खतरा बन रहा है.
साउथ कोरिया की क्षेत्रीय सरकारों ने उत्तरी प्रांतों के नागरिकों के लिए अलर्ट जारी करते हुए उन्हें किसी भी संदिग्ध सामान से दूर रहने को कहा गया है. नॉर्थ कोरिया के स्टेट मीडिया ने भी इस मामले पर अपनी सफाई दी है कि किम जोंग ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि साउथ कोरिया अपने प्रोपैगेंडा से जुड़े पर्चे नॉर्थ कोरिया इसी तरह पहुंचाता है. नॉर्थ कोरिया में पड़ोसी देश साउथ कोरिया से जुड़ी खबरें और टीवी शो देखने पर बैन लगा हुआ है लेकिन साउथ कोरिया अपने यहां की खबरें और सीरियल्स वगैरह की पैन ड्राइव भी नॉर्थ कोरिया पहुंचाता रहता है. साउथ कोरिया गुब्बारों, ड्रोन्स और बोतलों के जरिए कुछ ऐसी चीजें भेजता है जो नॉर्थ कोरिया के शासकों को पसंद नहीं हैं. नॉर्थ कोरिया का कहना है कि साउथ कोरिया जिस तरह की हरकतें करता है वह मिलिट्री एक्शन सहित देश की सुरक्षा के लिए खतरा बनने वाली चीजें भी भेज सकता है. नॉर्थ कोरिया का कहना है कि साउथ
कोरिया में जब कचरा इकट्ठा होगा. तब उन्हें पता चलेगा कि इसे हटाने में कितनी मेहनत लगती है. उधर साउथ कोरिया बोल रहा है कि यह हमारी सुरक्षा को खतरा है. जबकि नॉर्थ कोरिया का कहना है कि किम जोंग के खिलाफ पर्चे भेजते समय साउथ को यह बात ध्यान रखना चाहिए कि वह भी कचरा ही है.