RG Kar Medical कोलकाता मामले में घोष सीबीआई की गिरफ्त में
पुलिस कमिश्नर को हटाने की मांग, ममता न हटाने पर अड़ीं
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष अब सीबीआई की गिरफ्त में पहुंच गए हैं. घोष को भ्रष्टाचार मामले में 16 अगस्त को कस्टडी में लिया गया था. अब घोष को सीबीआई के स्पेशल क्राइम ब्रांच ऑफिस से सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच ले जाया गया है. सीबीआई ने कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर 24 अगस्त को घोष के खिलाफ वित्तीय अनियमितता का मामला दर्ज करते हुए जांच शुरु की थी. इसके तीन दिन बाद ही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने घोष की सदस्यता रद्द कर दी थी. कोलकाता रेप-मर्डर केस को लेकर धरना और प्रदर्शनों का दौर लगातार 25वें दिन भी जारी है. कोलकाता
के पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल के इस्तीफे की मांग इसलिए हो रही है क्योंकि मामले के मुख्य आरोपी से उनकी कई बार बात होती रही है और यह भी बात सामने आई है कि कमिश्नर से उसके सीधे संपर्क हैं, यहां तक कि वह जिस बाइक का इस्तेमाल करता था वह भी कमिश्नर के नाम पर है. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विरोध प्रदर्शन करने वालों को चेतावनी दे चुकी हैं कि यदि एफआईआर कर ली गई तो विरोध कर रहे डॉक्टर्स वगैरह का करियर खराब हो सकता है लेकिन इस चेतावनी के बाद बात और बिगड़ गई. विरोध करने वालों का कहना है कि पहले दिन से ही इस मामले में लीपापोती के प्रयास ऊपरी स्तर पर किए जा रहे हैं वरना ऐसी क्या वजह थी कि पहले ट्रेनी डॉक्टर के पिता को आत्महत्या का मामला बताया गया और जब वे घटनास्थल पर पहुंचे तो उन्हें तीन घंटे इंतजार कराया गया. इस बात पर सवाल तो सुप्रीम कोर्ट भी उठा चुका है कि पुलिस ने एफआईआर करने में इतनी देर क्यों की.