August 5, 2025
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RG Kar के पूर्व प्रिंसिपल और थानेदार सीबीआई की पकड़ में

मंडल ने एफआईआर में देर की और दाह संस्कार जल्दी करने का दबाव बनाया, सबूत मिटाने के भी आरोप

आरजी कर अस्पताल कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर की रेप और हत्या के मामले में अस्पताल के 2 सितंबर से गिरफ्तार पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को अपराध स्थल को बिगाड़ने, सबूतों से छेड़छाड़, नियमों का उल्लंघन करने, आपराधिक साजिश और जाँच को गुमराह करने जैसे आरोपों पर सीबीआई ने गिऱफ्तार कर लिया है. ED भी उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जाँच कर रही है. इससे पहले आरोपी संजय राय के अलावा संदीप घोष के बाउंसर एवं सुरक्षाकर्मी अफसर अली खान और हावड़ा की एक मेडिकल शॉप के मालिक सुमन हाजरा को गिरफ्तार किया गया. हाजरा पर आरोप है कि वह रिसाइकल किए हुए सामान और मेडिकल उपकरण आरजी कर अस्पताल में सप्लाई करता था.

एक वेंडर विप्लव सिंघा को भी पकड़ा गया है, इस बीच सीबीआई ने क्षेत्र के इंस्पेक्टर अभिजीत मंडल को भी गिरफ्त में ले लिया है. कोलकाता के ताला पुलिस स्टेशन प्रभारी अभिजीत मंडल शव मिलने के बाद अपनी भूमिका को लेकर सही जवाब नहीं दे पाए थे. सुप्रीम कोर्ट ने सामान्य डायरी और एफआईआर दर्ज होने के समय के बीच विसंगति पर कहा था कि एफआईआर दर्ज करने में 14 घंटे तक की देरी हुई है. मृतका का पोस्टमार्टम रात में कराए जाने पर सवाल भी उठाए गए थे. पुलिस अधिकारी अभिजीत मंडल की भूमिका रात में पोस्टमार्टम कराने से लेकर शव का जल्दी दाह संस्कार कराने तक में संदिग्ध रही. मंडल को सबूतों से छेड़छाड़ व प्राथमिकी दर्ज करने में देरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
इन गिरफ्तारियों को लेकर प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर्स खुश हैं और उनका कहना है कि पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और पुलिस अधिकारी अभिजीत मंडल की गिरफ़्तारी की माँग भी हमारी मांगों में से एक रही है क्योंकि वे सबूतों से छेड़छाड़ में शामिल थे. अब उन लोगों की भी गिरफ़्तारी जरुरी है जिन्होंने सबूतों से छेड़छाड़ की है.