Railway का कर्मी ही शामिल था सेना की ट्रेन उड़ाने की साजिश में
सेना की जानकारी और डेटोनेटर, दोनों कैसे मिले इसकी जांच
जम्मू कश्मीर से खंडवा होते हुए तिरुवनंतपुरम जाने वाली सेना के जवानों को ले जा रही स्पेशल ट्रेन को धमाके साथ पलटाने की साजिश में पुलिस ने रेलवे के ही एक कर्मचारी मोहम्मद साबिर अली को गिरफ्तार किया है.
दरअसल इस साजिश के तहत दस 10 डेटोनेटर रेलवे ट्रैक पर लगाए गए थे और इनसे बुरहानपुर से नेपानगर के बीच धमाके के साथ रेल को उड़ाने की योजना थी लेकिन कुछ डेटोनेट पहले फट गए और साजिश नाकाम हो गई. घटना यूं तो 18 सितंबर की है लेकिन इसकी जानकारी इसलिए मीडिया तक देर से पहुंची क्योंकि यह संवेदनशील मामला है और इसमें पहले दिन से ही रेलवे कर्मी के शामिल होने की शंका थी. चूंकि बात सेना से जुड़ी हुई है इसलिए रेलवे पुलिस, सेना और स्थानीय पुलिस के अलावा एनआईए, एटीएस और आरपीएफ टीमें भी जांच में जुटी हुई हैं. बुरहानपुर जिले में सागफाटा के पास स्पेशल ट्रेन उड़ाने की जो साजिश की गई थी उसमें आरडीएक्स वाला न होकर फॉग वाला बताया जा रहा है जो 2014 में रेलवे ने ही अपने उपयोग के लिए रखे थे क्योंकि लेाको पायलट को अलर्ट करने के लिए इनका इस्तेमाल किए जाने की जरुरत कभी कभी पड़ती है तो ये ट्रैकमैन के पास भी रख दिए जाते हैं. इस मामले में सभी एजेंसियां सतर्कता के साथ यह देख रही हैं कि सेना की ट्रेन पर इस तारह के हमले की कोशिश में कितना बड़ा नेटवर्क शामिल था और इसमें शामिल लोगों के पास इतनी पुख्ता जानकारियां और एक्सपायर्ड डेटोनेटर, दोनों कैसे पहुंचे.