August 2, 2025
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Plantation में अब इंदौर के पास गिनीज रिकॉर्ड

24 घंटे से कम समय में 12 लाख से ज्यादा पौधे लगाए
14 जुलाई को सांवेर रोड के रेवती रेंज पर पौधारोपण का जो नजारा इंदौर ने देखा है वह सालों साल इस शहर के जेहन में ताजा रहेगा क्योंकि ये पौधे जो कल पेड़ होंगे, इस बात के हमेशा साक्षी रहेंगे. सुबह पांच बजे से पर्यावरण के प्रति उत्साहित लोग इस 22 एकड़ से ज्यादा बड़े क्षेत्र में जुटने शुरु हुए थे जहां उनके लिए भावी पेड़ यानी आज के पौधे इंतजार कर रहे थे. कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने शंखनाद, मंत्रोच्चार और पूजन के साथ 11 लाख पौधे लगानेका श्रीगणेश किया और फिर तो इंदौरियों को 12 लाख से ज्यादा पौधे लगाने में पूरे 12 घंटे का भी समय नहीं लगा. इंदौर के इस कीर्तिमान को गिनीज बुक ने भी अच्छी तरह जांचा परखा और फिर इस बात की घोषणा की कि इंदौर ने 24 घंटे में सवा नौ लाख पौधे रोपने के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है, इस रिकॉर्ड पौधारोपण का सर्टिफिकेट मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और महापौर पुष्यमित्र भार्गव को शाम सात बजे सौंप दिया गया वैसे आयोजकों के अनुसार 12.42 लाख पौधे तो शाम 4.30 बजे तक लग चुके थे. ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान में इंदौर ने ऐसा काम कर दिया कि यहां आए गृहमंत्री भी चकित रह गए. आह्वान का जनभागीदारी के चलते एक अभियान में बदल जाना वाकई एक सुखद अहसास रहा. स्कूल और कॉलेज के छात्र, एनसीसी, एयरविंग के कैडेट, कोचिंग के छात्र सहित जिम्मेदारी समझने वाले हजारों हजार हाथ पौधे रोपने रेवती रेंज पहुंचे. भूरी मिट्टी वाली इस पहाड़ी पर पौधों की हरियाली और लोगों के उत्साह ने मिलकर एक उत्सव का सा माहौल बना दिया. 22 एकड़ में फैली इस पहाड़ी पर बने हर सेक्टर के हर कोने पर वे पौधे रखे थे जो अब लहलहाते नजर आने वाले हैं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने यहां आयोजित ‘एक पौथा मां के नाम’ कार्यक्रम में मां कुसुम बेन के नाम पीपल का पौधा लगाकर उपस्थित लोगों का उत्साह भी बढ़ाया और अपनी जिम्मेदारी भी बराबरी से निभाई. उन्होंने हर पौधे को बड़ा बनाने में इसी उत्साह से जुटे रहने की अपील की. उन्होंने 51 लाख पौधे लगाने इस महती संकल्प लेने वाले हर नागरिक को बधाई दी. गृहमंत्री इसके बाद 55 प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के शुभारंभ के लिए निकल गए लेकिन उनके बाद भी पौधा रोपने वालेां के जत्थे रेवती रेंज पहुंचते रहे और इंदौर को हरियाली में भी नंबर वन बनाने के संकल्प में अपनी आहुति देते रहे.