July 23, 2025
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Nav Ratri गुप्त नवरात्रि 30 जनवरी से 6 फरवरी तक

एक तिथि का क्षय होने से आठ दिन की ही होगी यह नवरात्रि

माघ शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से लेकर नवमी तक माघी गुप्त नवरात्रि होती है. इस वर्ष गुप्त नवरात्रि 30 जनवरी से 6 फरवरी है. यह नवरात्रि देवी उपासकों और साधकों के लिए विशेष महत्व की मानी जाती है. इस दौरान देवी मंदिरों और शक्ति पीठों में विशेष अनुष्ठान होते हैं. इस बार षष्ठी और सप्तमी एक ही दिन होने से गुप्त नवरात्रि में एक दिन कम होगा यानी यह आठ दिनों की होगी. ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि इस वर्ष गुप्त नवरात्रि 30 जनवरी से आरंभ होगी और इसकी पूर्णाहुति 6 फरवरी को होगी.
इस नवरात्रि में गृहस्थ, संन्यासी, योगी, साधक और उपासक अपनी संकल्प सिद्धि के लिए सप्तशती के पाठ, देवी महापुराण, तथा दिव्य मंत्रों के अनुष्ठान गुप्त रूप से करते हैं. गुप्त नवरात्रि के दौरान गुप्त साधनाएं की जाती है. विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ उज्जैन की हरसिद्धि माता मंदिर में भी नौ दिनों तक विशेष पूजन व श्रृंगार आयोजित होगा. महंत रामचंद्र गिरी के अनुसार सिद्ध शक्तिपीठ हरसिद्धि में गुप्त नवरात्र में साधक मां भगवती के अनुष्ठान करते हैं. दीप मालिका भी प्रज्ज्वलित होती है. इस बार की नवरात्रि में एक दिन कम होने के बाद भी माघ मास का शुक्ल पक्ष 15 दिवस का ही रहेगा. तीन फरवरी को सरस्वती की प्रसन्नता के लिए माता सरस्वती का पूजन किया जाएगा.
फरवरी में नवरात्रि के दौरान ही 4 फरवरी को मां नर्मदा का प्राकट्य उत्सव भी मनाया जाएगा. ज्योतिषाचार्य पं. अमर डब्बावाला के अनुसार नवग्रहों में विशेष महता रखने वाले शुक्र और शनि इस दौरान नक्षत्र परिवर्तन करेंगे, जिससे कई क्षेत्रों में सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा. शनि 2 फरवरी को सायंकाल पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करेगा. इससे व्यापार व्यवसाय और कार्य की गति में तेजी आएगी. इन ग्रह परिवर्तनों के कारण व्यावसायिक और आर्थिक दृष्टि से यह समय भारत के लिए अनुकूल बनेगा.