August 2, 2025
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Mukhtar Ansari को दफनाया, सिर्फ परिवार को इजाजत

माफिया मुख्तार के इलाज के दौरान मौत हो गई थी और अब उसे भारी दबाव के बीच क्ब्रस्तान में दफना भी दिया गया. दफन करने के लिए कब्रिस्तान में जाने की इजाजत सिर्फ परिवाार वालों को थी. अंसारी की मौत का कारण शॉर्ट पीएम में भी हार्ट अटैक ही बताया गया है जबकि विस्तृत रिपोर्ट बाद में आ सकेगी. राजनीतिक गलियारों में अंसारी की मौत ने हंगामा खड़ा कर दिया है और मुख्तार के भाई अंसार ने तो सीधे तौर पर आरोप लगाया कि जेल मुख्तार को जहर दे दिया गया। गया. इस तरह की बातें सामने आने के बाद यूपी की राजनीति सरगर्मी में है।मायावती ने कहा है कि इस मामले में उच्च पद की प्रतिष्ठा होनी चाहिए, जबकि सपा और कांग्रेस भी इसे राजनीतिक तौर पर फायदे के मुद्दे की तरह देख रही हैं। मुख्‍य वकील पूर्व वकील हामिद वकील का भतीजा था. पिछले दिनों उसकी तबीयत खराब होने पर उसे अस्पताल भेजा गया था, जहां चेकअप के बाद वह ठीक हो गई थी, लेकिन जब उसकी तबीयत खराब हो गई तो उसे डॉक्टर नहीं जा सका और उसे लेकर अस्पताल आया और उसने बताया कि आठ डॉक्टरों की टीम ने उसे ठीक कर दिया है। कोशिश की लेकिन वे सफल नहीं हुए। मुख्तार के बेटे अब्बास को भी सजा काटी जा रही है जबकि उनकी पत्नी अफशां फरार चल रही हैं। यह प्रमाणित दस्तावेज है कि रोपड़ जेल में साड़ी की आपूर्ति के लिए एक फिजूल सी कार्यशाला आयोजित की गई थी ताकि उसे यूपी न जाना पड़े। योगी सरकार ने कस्टडी को हटा दिया था तब भी कांग्रेस सरकार ने काफी तर्क-वितर्क किया था लेकिन अंतिम अदालती आदेश के बाद उसे यूपी पुलिस को दिया गया था और पंजाब की राजनीति में आज तक कांग्रेस से ये सवाल पूछे जा रहे हैं कि एक अपराधी को बचाने में उसकी क्या भूमिका थी. यूपी में एक समय वह भी था जब अंसारी की तूती बोलती थी और समाजवादी सरकारें उसके इशारे पर निर्णय बदला करती थीं, यहां तक कि जब एक पुलिस ऑफिसर ने सरकारी बंदूक अंसारी के घर से जब्त की तो उस पुलिस अफसर के ही साथ बदतमीजी की गई और उसे नौकरी से भी हाथ धोना पड़ा. अंसारी पर बीसियों मुकदमे थे.