Manish Sisodia का एक और पत्र, खुद को मंडेला और गांधी बता डाला
आम आदमी पार्टी के नेता पकड़े जा रहे हैं शराब के मामले में लेकिन खुद को महान साबित करने में सब एक दूसरे को पीछे छोड़ने की कोशिश में हैं. अभी केजरीवाल की तस्वीर को बाबा साहब और शहीदे आजम की तस्वीर के साथ लगाने पर बहस चल ही रही थी कि जेल से मनीष सिसोदिया ने एक पत्र लिखकर खुद की तुलना नेल्सन मंडेला और महात्मा गांधी से कर डाली है. सिसोदिया ने जो पत्र लिखा है उसमें उन्होंने कहा है कि अंग्रेज भी अपनी ताकत का घमंड करते थे और उन्होंने गांधीजी को काफी समय जेल में रखा था. सिसोदिया ने कहा कि पिछले एक साल में मैंने उन सभी साथियों को काफी याद किया जो मेरे साथ ईमानदारी से काम करते रहे थे. दरअसल मनीष की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी है और उन्हें संजय सिंह की जमाानत के बाद से इस बात का भरोसा हो गया है कि उन्हें भी जेल से बाहर आने में ज्यादा समय नहीं है, इसी संदर्भ में उन्होंने पत्र लिखते हुए कहा है कि मह जल्द ही मिल रहे हैं. वैसे सिसोदिया ने इतने दावे से यह क्यों और कैसे लिखा है यह भी अपने आप में सवाल उठाता है लेकिन खास बात यह है कि उन्होंने इस पत्र में अपने स्कूल बनाने के काम का जिक्र करने के साथ ही अपनी तुलना मंडेला से भी कर डाली है.यह तब हे जब आप के नेता न गैजेट्स को लेकर जांच एजेंसियों को कुछ बताने को तैयार हैं और न ही अपने मोबाइल के पासवर्ड देने को तैयार हैं ताकि उनके घपले पकड़ में न आ सकें. इसी कड़ी संजय सिंह का भी जिक्र जरुरी है जो छह महीने की सजा काट कर जेल से इस तरह निकले जैसे बहुत महान काम कर आए हों और आते ही उन्होंने भी खुद को महान बताने में कोई कसर नहीं छोड़ी.