Malliwal मामले में उलझन कहां है
सुबह स्वाति मालीवाल का अरविंद केजरीवाल के निवास पर जाना और सीएम हाउस से पुलिस के पास मालीवाल के फोन से ऐसा कॉल जाना कि केजरीवाल के पीए विभव ने उन्हें पीटा, उसके बाद खुद मालीवाल का पुलिस के पास पहुंचना लेकिन उसके बाद दिन भर से उनका गायब रहना अब नए सवालों को जन्म दे रहा है. जहां तक यह सवाल है कि कहीं मालीवाल सामने आकर यह न कहें कि यह भाजपा की केजरीवाल को बदनाम करने की साजिश थी तो इसके जवाब में पुलिस के पास वह ब्यौरा है जो सीएम हाउस से किए गए फोन पर बताया गया और दोपहर से पहले ही मीडिया तक पहुंंच गयया था. अब इस मामले में तरह तरह के कयास सामने आ रहे हैं लेकिन दिन भर में दस दस प्रेस कांफ्रेंस करने वाली आप ने एक भी प्रेस कांफ्रेंस इस मामले में नहीं की और इस बात से भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर पूरे मामले की हकीकत क्या है. यूं भी जेल से बड़े ही खास तरीके से छुड़ाने के लिए अभिषेक मनु सिंघवी का धन्यवाद करने केजरीवाल गए थे और उसके अगले ही दिन यह घटना हो गई तो इसमें भी राजनीति खोजा जाना बनता ही था. माना यह भी जा रहा है कि पिछले ही दिनों राज्यसभा सांसद बनीं मालीवाल से सांसदी से इस्तीफा देने और उनके जगह जमानत दिलाने वाले और हिमाचल से राज्यसभा सीट हार गए सिंघवी को पहुंचाने का रास्ता खोजा जा रहा था जिस पर मालीवाल का राजी होना मुश्किलन ही था. कुछ आप वाले कह रहे हैं कि न तो मालीवाल सीएम हाउस पहुंचीं थीं और न कुछ ऐसा हुआ क्योंकि विभव कुमार को तो एलजी पहले ही हटा चुके हैं वहीं आप के कुछ दूसरे सोशल मीडिया वीर कह रहे हैं कि यह सब भाजपा का किया धरा है जो केजरीवाल की छवि खराब करना चाहती है लेकिन यदि ऐसा कहा भी जाए तो सवाल उस फोन पर आ टिकेगा जो पैनिक में पुलिस तक पहुंचा और जिसकी हर बात रिकॉर्ड में होना तय है. हालांकि कुछ पूर्व आप पार्टी वाले तो इसमें कोई और ही एंगल खोज कर सुनीता भाभी, स्वाति मालीवाल और केजरीवाल, तीनों ही हैशटैग ट्रेंड करा रहे हैं लेकिन पुलिस का कुछ और ही टेंशन है और वह यह कि जैसी शिकायत उसके पास आई थी उसके बाद मालीवाल का मेडिकल भी कराया जाना था और जिसके खिलाफ शिकायत थी उस पर कार्रवाई भी होनी थी लेकिन एक बार पुलसि थाने पहुंचने के बाद से मालीवाल गायब हैं और कम से कम अब तक तो अनरीचेबल हैं.