Maliwal मामले से समझिए पुलिस ऐसे भी बेबस होती है
आम आदमी पार्टी की रराज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ सीएम हाउस में मारपीट हुई, उन्होंने पुलिस को खबर कीर और खुद भी पुलिस थाने तक पहुंचीं लेकिन मेडिकल कराने के पहले ही वो जैसे गायब हुई तो सवाल उठने लगे कि आखिर घटनाक्रम का सच क्या है. कुछ आप समर्थकों ने सोशल मीडिया पर इस बीच यह भी दावा कर दिया कि न तो स्वाति वहां मौजूद थीं और न विभव कुमार अब केजरीवाल के पीए हैं इसलिए मारपीट की बात भाजपा वालों की साजिश का हिस्सा है लेकिन 24 घंटे से भी ज्यादा समय बीत जाने के बाद आप सांसद संजय सिंह सामने आए और उन्होंने माना कि पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ अरविंद केजरीवाल के आवास पर बदसलूकी हुई थी. संजय सिंह ने मीडिया से साफ कहा कि 13 मई को बहुत ही निंदनीय घटना घटित हुई. ब्यौरे में उन्होंने बताया कि स्वाति मालीवाल सोमवार को अरविंद केजरीवाल से मिलने उनके आवास पर पहुंची थीं. ड्रॉइंग रूम में केजरीवाल का इंतजार कर रही थीं. इस बीच मुख्यमंत्री के पीए बिभव कुमार वहां पहुंचे और उनके साथ अभद्रता और बदतमीजी की. सिंह ने आश्वासन देते हुए कहा कि इस पूरी घटना को दिल्ली के सीएम ने संज्ञान में लिया है और वो इस मामले में सख्त कार्रवाई करेंगे. उन्होंने जोड़ा कि जहां तक स्वाति मालीवाल का सवाल है, उन्होंने देश और समाज के लिए बहुत काम किया है। वो सीनियर और पुराने नेताओं में से एक हैं. हम उनके साथ हैं. इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस की बेबसी देखिए, पुलिस का कहना है कि स्वाति मालीवाल सोमवार को सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन आई थीं और मुख्यमंत्री के पर्सनल स्टाफ के खिलाफ शिकायत की लेकिन पुलिस को
औपचारिक रूप से शिकायत नहीं मिली है और शिकायतकर्ता का मेडिकल भी नहीं कराया जा सका है. पुलिस बेबस है क्योंकि उसे अपराध की जानकारी तो है लेकिन शिकायतकर्ता ही न मेडिकल के लिए सामने आईं और न लिखित शिकायत ही की, यह हाल तब है जब घटना सीएम हाउस में हुई है, जिसके साथ पिटाई हुई वह राज्यसभा सांसद हैं और दिल्ली महिला आयोग की मुखिया रह चुकी हैं और जिस पर पीटने के आरोप हैं वह सीएम का बेहद करीबी है.