MahaKumbh 2025 अरबपति लॉरेन जॉब्स कल्पवास करने पहुंचेंगी
कथा की मुख्य यजमान भी रहेंगी लॉरेन उर्फ कमला
भारत की संस्कृति और सनातन से जितना एप्पल कंपनी के मुखिया स्टीव जॉब्स प्रभावित थे उतना ही प्रभाव स्टीव की पत्नी लॉरेन पर भी पड़ा है. वैसे तो उन्हें लॉरेन का नाम देना भी गलत है क्योंकि अब लॉरेन ने अपना नाम कमला रख लिया है लेकिन उनकी पहचान पासपोर्ट वगैरह में अभी बदली नहीं जा सकी है. लॉरेन उर्फ कमला महाकुंभ-2025 में एक साधारण भक्त और आस्थावान की तरह शामिल होने प्रयागराज आ रही हैं. उन्हें दुनिया की सबसे धनी महिलाओं में शामिल किया जा चुका है.
साधुओं की संगत में कल्पवास करते हुए आध्यात्मिक गुरु स्वामी कैलाशानंद जी महाराज के ही कुंभ वाले अस्थाई आश्रम में रहने का उनका इरादा है. सोमवार 13 जनवरी को लॉरेन प्रयागराज पहुंचकर 29 जनवरी तक यहीं रुकेंगी. अरबपतियों की सालाना सूची में लॉरेन लगातार बपनी रहती हैं जबकि टाइम्स मैगजीन ने उन्हें दुनिया की प्रभावशाली महिला भी माना है. लॉरेन ने 19 जनवरी से शुरू हो रही कथा की पहली यजमान भी होना स्वीकार किया है. सनातन परंपरा में स्टीव जॉब्स की काफी आस्था थी और इसी के चलते लॉरेन भी इसकी तरफ प्रेरित हुईं. जॉब्स जहां नीम करौली बाबा के भक्त थे वहीं लॉरेन ने स्वामी कैलाशानंद से गुरुनाम लिया है. स्टीव जॉब्स का कहना था कि परमहंस योगानंद द्वारा लिखित ‘ऑटोबायोग्राफी ऑफ ए योगी’ किताब ने उनकी जिंदगी में काफी सकारात्मक बदलाव किए.