August 5, 2025
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Human Rights पर अमेरिकी रिपोर्ट को भारत ने किया खारिज

भारत में मानवाधिकारों को लेकर जारी की गई अमेरिकी रिपोर्ट को भारत ने खारिज कर दिया है. अमेरिका ने मणिपुर, अतीक और ऐसे ही मामलों को लेकर 80 पन्नों की रिपोर्ट में भारत के मानवाधिकार कानून पर टिप्पणी की हैं. भारत की ओर से रिपोर्ट को गलत और भेदभावपूर्ण बताते हुए विदेश
मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा है कि अमेरिका की भारत को लेकर समझ ठीक नहीं है. जायसवाल ने कहा “हम इस रिपोर्ट को कोई महत्व नहीं देते है और आपसे उम्मीद करते हैं कि आप भी ऐसा ही करें।”
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने 22 अप्रैल को मानवाधिकारों कानूनों के पालन पर विभिन्न देशों की रिपोर्ट जारी की थी जिसमें चीन, ब्राजील, बेलारूस, म्यांमार के साथ भारत का भी जिक्र था. इसमें मणिपुर में 175 लोग मारे जाने का जिक्र किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया था कि
भारत में तानाशाही बढ़ी है. इसमें भारत के मुसलमानों को लेकर भी भेदभाव की बात हैं. मोदी सरकार पर पत्रकारों को जेल भेजने की
कोशिश की बात भी है. इस रिपोर्ट में बीबीसी पर हुए छापों का भी जिक्र है. जबकि बीबीसी खुद मान चुका है कि आर्थिर्क गड़बड़ी हुई है. रिपोर्ट में
कहा गया है कि मोदी पर डॉक्यूमेंटरी रिलीज करने के बाद 60 घंटे की जो रेड की गई उसमें पत्रकारों के वे मोबाइल और लैपटॉप भी जब्त कर लिए
थे, जिनका टैक्स से कोई लेना देना नहीं था.